उत्तर प्रदेश(इटावा):- जसवन्तनगर/बलरई मौसम के बदलते मिजाज से किसानों की धडक़नें बढ़ गई हैं, खराब मौसम को देख गाँव में रहने वाला किसान इस दौर में सबसे ज्यादा परेशान हैं, होगा भी क्यों नहीं, क्योंकि उसे हर माह कोई वेतन तो मिलता नहीं, तीन-चार माह बाद उसे अपनी तनख्वाह रूपी फसल मिलती है तो उस पर भी ग्रहण लग जाता है, बे-मौसम बारिश होने से किसान इस समय भारी परेशान हैं।
जानकारी के अनुसार शाम पाँच बजे से रिमझिम बारिश होने से और अब तेज बारिश होने से बारिश किसानों के लिए आफत बन गई है, बारिश के कारण गेहूं, व सरसों आदि की फसल बर्बाद होने की कगार पर है, सरसों की फसल पूर्णत: पक चुकी है, फली में पानी पडऩे से अब सडऩे की स्थिति में है, जिले के लाखों किसान के सपनें वे-मौसमी बारिश में बहते नजर आ रहे हैं, बीज, खाद्, दवाईयाँ लेबर आदि पर हजारों रूपये खर्च करने के बाबजूद फसल होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आती इस काली घटा को देखते हुऐ। किसान शिवेन्द्र, सुबोध, पुनीत, राजकिशोर, रामेन्द्र, लवकिशोर सिंटू, आदि लोगों ने बताया कि बारिश से गेहूँ व सरसों की फसल को भारी नुकसान की संभावना है, तेज हवाओं व बारिश ने गेहूं व जौ के पौधों को खेतों में सपाट बिछा दिया है, जिसके कारण गेहूं के उत्पदान पर भी असर पडेगा।
इटावा ब्यूरो:- सुबोध कुमार पाठक