मध्यप्रदेश(शिवपुरी):- अनुशासन और अच्छी शिक्षा का दावा करने वाला विद्या भारती संस्थान से जुड़े सरस्वती विद्या पीठ आवासीय विद्यालय में देशभर में पढऩे आने वाले बच्चों के साथ अमानवीयता का मामला सामने आया है। दरअसल यहां आवासीय तौर पर पढऩे वाले बच्चों से सलाना करीब एक लाख रुपए फीस ली जाती है। जिसमें भोजन, आवास से लेकर सालाना शैक्षणिक भ्रमण की फीस भी शामिल है। इस बार जब बच्चों को टूर पर नहीं ले जाया गया तो बच्चों ने यह बात स्कूल प्रबंधन के सामने उठाई तो संचालक और शिक्षकों को बात इतनी नगवार गुजरी कि उन्होंने बाहर से आने वाले कक्षा 12 के करीब 70 छात्रों को बिना उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखकर हॉस्टल और स्कूल से बाहर निकाल दिया। रविवार होने के कारण सरकारी दफ्तर बंद थे। भूृखे प्यासे यह छात्र थाने से लेकर सरकारी अधिकारियों के यहां भटकते रहे, लेकिन किसी ने सुनवाई नहीं की। देर शाम मीडिया में मामला आया तो आनन-फानन में स्कूल प्रबंधन बच्चों को बस में भरकर वापस ले गया और उनकी आवाज दबा दी। चार दीवारी में विरोध करने वाले इन बच्चों के साथ इसके बाद क्या कुछ हुआ होगा यह अब भी रहस्य बना हुआ है, लेकिन हैरानी की बात यह है कि अब तक प्रशासन और पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेकर बच्चों की हालत जानने और उनसे पूछताछ तक की जहमत तक नहीं उठाई है।
शिवपुरी ब्यूरो:- अखिलेश दूबे