निष्ठा प्रशिक्षण योजना चढ़ी कमीशनखोरी की भेंट, प्रतिभागियों को दिया जा रहा है घटिया खाना, जांच की मांग


शिक्षकों ने बीएसए को शिकायत कर कार्यवाही की मांग की


इटावा:- प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी निष्ठा प्रशिक्षण योजना चढ़ चुकी कमीशन खोरी की भेंट प्रशिक्षण ले रहे शिक्षकों को जहां प्रदेश सरकार द्वारा मेनू के अनुसार नाश्ता एवं भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है वहीं इटावा जनपद के उच्चाधिकारी शिक्षकों को घटिया नाश्ता एवं मेनू के बिपरीत घटिया भोजन देकर प्रशिक्षण संपन्न कराने में जुटे हुए हैं जिससे शिक्षकों में भारी आक्रोश व्याप्त है।


जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी निष्ठा प्रशिक्षण योजना को चालू कराने के लिए प्राथमिक शिक्षकों को पांच दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें पूरा सिस्टम ऑनलाइन होगा एवं 18 विषयों को सुचार रूप से पढ़ा कर बच्चों के भविष्य को बेहतर निखारने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है जिसमें सरकार द्वारा प्रत्येक अध्यापक के लिए दो बार नाश्ता एवं दोपहर 1ः30 बजे मेनू के हिसाब से भोजन देने की व्यवस्था की गई है सैफई स्थित अभिनव विद्यालय में चल रहे निष्ठा प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन संवाददाता द्वारा जब शिक्षकों को मिलने वाले भोजन की मौके पर पड़ताल की गई तो मेनू के बिपरीत घटिया किस्म का भोजन मौके पर प्राप्त हुआ। आज के नाश्ते में आलू बेसन का भल्ला दिया गया। अन्य जिलों में प्रतिभागियों को नाश्ते में कॉफी, इमरती, पनीर, पकोड़ा,फासफूड उपलब्ध कराया जा रहा है वहीं अन्य जिलों में खाने में शाही पनीर, राजमा दालफ्राई ,मिक्स वेज रोटी,मक्खन समेत जीरा राइस फ्रूट रायता, सलाद,पापड़,अचार,गाजर का हलवा दिया जा रहा है। इसके अलाबा टमैटो सूप के साथ समोसा एवं चिप्स उपलब्ध कराया जा रहा है।


परंतु शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों की खाऊ कमाऊ नीति के चलते सैफई के शिक्षक घटिया भोजन खाने को विवश हैं संवाददाता ने जब भोजन की पड़ताल किया तो शासन द्वारा निर्धारित मानक के अनुरूप भोजन मौके पर नजर नही आया 9 फरबरी को 6 पूड़ी, मटर पनीर जिसमे पनीर के 2 टुकड़े पड़े हुए थे गाजर मूली, खीरा की एक एक पीस सलाद जिसमे खीरा गल गया था।  व 20 ग्राम रायता, व बूंदी का लड्डू  व अधपके चावल व 50 ग्राम आलू की सूखी सब्जी सब्जियों की मात्रा इतनी कम थी कि 4पूड़ी में ही सब्जी खत्म हो गयी और बचे चावल फेंकने पड़े। इस संबंध में जब जिम्मेदारों से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने घटिया भोजन दिए जाने की बात स्वीकार की और बताया कि उक्त के सम्बंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी इटावा व डाइट प्राचार्य को अवगत करा दिया गया है शिक्षक लगातार घटिया भोजन की शिकायत कर रहे है।  एक शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ऐसा भोजन तो हम सब लोग कभी खाए ही नहीं है नौकरी के कारण हम सब लोग मुंह नहीं खोल पा रहे हैं जिससे साफ जाहिर हो रहा है कि राष्ट्र निर्माता शिक्षक के साथ जब ऐसा हो सकता है तो भला बच्चों के निवालों की क्या मनोदशा होगी।


इटावा रिपोर्टर:- सुघर सिंह सैफई