उत्तर प्रदेश(बरेली):- कोरोना को लेकर लोगों में तमाम भ्रांतियां फैल रही है। इस जानलेवा वायरस से घबराए लोग चाइनीज आइटम से दूरी बना रहे है। सतर्कता ही कोरोना से बचाव संभव है यह कहना है होम्योपैथिक डॉक्टर राजेंद्र चौधरी का कहना है कि पौष्टिक आहार लें और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर रखें। आगे कहा कि सर्दी जुखाम होना कोरोना वायरस का लक्षण है। ऐसे सर्दी जुकाम को नजरअंदाज न करे। दिक्कत होते ही तुरंत ब्लड सैंपल देकर जांच कराएं। जल्दी इलाज होने से मरीज की जांच कर जान बचाई जा सकती है।
प्रतिरोधक क्षमता करता है कम
डॉक्टर एम सी खंडेलवाल का कहना है कि कोरोना वायरस हमारे शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम कर देता है। हमको अपनी प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने पर जोर देना चाहिए। कोरोना की रोकथाम में होम्योपैथिक औषधि आर्सेनिक एल्बम 30 पावर काफी कारगर है। मरीज को दिन में तीन बार ये दवा लेनी चाहिए।
पिज्जा बर्गर से बनाये दूरी
जिला चिकित्सालय की होम्योपैथी चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर बबीता कुमारी ने आधुनिक कल्चर के खानपान को नजरअंदाज करने की सलाह दी है। लोग घरेलू खान-पान को अपनाएं। सत्तू का सेवन करने के साथ ही योगा करे। हमारे पुराने संस्कार और रहन सहन पाश्चात्य सभ्यता से बेहतर है। इससे हम बीमारियों से बच सकते है। जुकाम होने पर रुमाल का इस्तेमाल करे। सर्दियों में हमको आइसक्रीम नहीं खानी चाहिए। पिज्जा बर्गर आदि ज्यादा नहीं खाना चाहिए। इसके बदले पोस्टिक आहार ले। पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण करने से हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच रहा है।।
बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव