इटावा:- जसवंतनगर नगर में जाम को लेकर मची हायतौबा। हाइवे चौराहे से लेकर सदर बाजार समेत नदी पुल भारी जाम की चपेट में। चार पहिया,ट्रैक्टर, के साथ रोजाना सवारियों ढोने वाले मैजिक, मारुति, ऑटो, टैम्पू जैसे वाहन बनते हैआड़े तिरछे लगाने से जाम का कारण पुलिस विभाग का इस ओर नही कोई ध्यान यदि कस्बे के मुख्य रास्तों पर पालिका प्रशासन द्वारा नो एंट्री के बोर्ड भी लगाए जा सकते हैं जिसमें बड़े वाहनों की एण्ट्री का समय निर्धारित किया जा सकता है।
नगर के बाजार क्षेत्र में आये हर दिन जाम के लगे रहने से स्थानीय लोग काफी परेशानियो के दौर से गुजर रहे है यहा जाम की बजह से लोगो की हालत इतनी खराब हो गई है कि लोगो को बाजार से गुजरना नागवर हो गया हैं ये जाम की जटिल समस्या सुबह होते ही चालू हो जाती हैं और धीरे धीरे लोगो को शाम होने तक इस समस्या से जूझना पड़ता है। जाम लगने का कारण यहा के स्थानीय दुकानदार भी है जिन्होंने अपनी दुकानों का सामान अंदर से बहार ब्रेंच और स्टूलो को आगे रखकर चौडी सड़को को तंग कर रखा हैं इसके आलावा बक्त वेबक्त स्कूली बसों के आलावा टैक्टर ट्रॉली, लोडर, और लम्बी लम्बी जुगाड़ों लदा सामान जो बेतरतीब करके जबरजस्ती से घुसेड कर बैठते और जाम का सबब बनते हैं। जाम समस्या इतनी गम्भीर है कि छोटे बड़े पुरूष महिला स्कूली छोटे बच्चे लोग कई घण्टो भूखे प्यासे जाम के झाम मे फसकर रोते विलखते देखे गए हैं। मगर स्थानीय प्रशासन को इस समस्या की ओर कोई फिक्रमंद नजर नही आती। हलाकि ये जटिल समस्या केबल आज ही नही ये हर दिन की मुशीवत बनी हुई हैं। जाम की बजह से सदर बाजार शहर में हायतौबा बनी रहती हैं। हलाकि बड़े वाहनों के आवाजाही के लिये कचौरा वाई पास बनाया गया हैं फिर भी यहा के स्थानीय लोग बाजार से अपने बड़े वाहनों को लाकर जाम का कारण पैदा कर देते हैं। कुछ दिन पहले नगर पालिका परिषद द्वारा भी जाम मुक्ति के लिये नगर में ढिढोरा पिटवाया था। की दुकानदारो द्वारा किया गया अतिक्रमण हटाया जायगा और लोगो को जाम समस्या में कुछ राहत मिलेगी। पालिका परिषद भी अबैध किये गए अतिक्रमण को हटाना तो दूर उन्होंने ढिढोरा पीटने के बाद इस और देखा भी नही और टायटायफिस्स हो गया। लोगो की मांग है जब तक पुलिस या यातायात पुलिस सहयोग नही करेगी बड़े वाहनों को आने जाने से नही रोकती है। जाम का झाम खत्म नही होगा।
इटावा ब्यूरो:- सुबोध पाठक