इटावा: हाईवे पर हादसों को दावत देते गोवंश


उत्तर प्रदेश(इटावा):- हाईवे पर आए दिन गौवंश हादसे हो रहे हैं। गौरक्षा को लेकर सरकार के बड़े-बड़े दावे खोखले साबित हो रहे हैं। गायों के नाम पर सरकारी खजाने से करोड़ों रूपए डकारे जा रहे हैं।


राष्ट्रीय राजमार्ग पर तमाम गोवंश घूमते देखे जा सकते हैं किसान अपनी फसलों की बचाने के लिए गौवंश को इधर से उधर भगा देते हैं और हाईवे पर गौवंश आए दिन दुर्घटना का शिकार होते रहते हैं। गौवंशं को वाहन दुर्घटना का शिकार होने के बाद अक्सर तड़पते हुए मरते देखा जाता है। दुर्घटनावश हर दो-तीन दिन में एक गाय की मौत जरूर हो जाती है। वैसे तो सरकार ने जो गौशालाएं में बनवाईं हैं उनमें क्या हालत है यह किसी से छुपी नहीं है। तमाम गौशालाओं में एक गाय देखने को नहीं मिलेगी सिर्फ नाम की गौशालाएं हैं न तो वहां गाय हैं और ना चारा पानी की कोई व्यवस्था है। केवल टिनशेड डलवा कर छोड़ दिए गए हैं। गोवंश किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं तथा सड़क हादसों में गोवंश की मौत तो होती ही है कोई ना कोई व्यक्ति भी उनसे टकराने के बाद गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं और कभी-कभी तो दम तोड़ देते हैं। सरकारी अमला एक तरफ तो गायों को मिनरल वाटर पिलाने की बात करता है तो दूसरी तरफ उनके लिए कैसा भी चारा पानी उपलब्ध नहीं है सिर्फ किसानों की फसलों को ही नुकसान हो रहा है। किसान दिन और रात गौवंश को इधर से उधर हांकने में लगे रहते हैं। सरकार के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं जसवन्तनगर तहसील क्षेत्र में 36 गौशालाओ का निर्माण कार्य किया गया था जिसमें से मात्र तीन गोशालाओं में नाममात्र के लिए गायो को रखा जा रहा है।




इटावा ब्यूरो:- सुबोध पाठक