मुरावली महायज्ञ में पहुंचे मंत्री डॉ.गोविन्द सिंह
मध्यप्रदेश(भिंड):- भिंड जिले के लहार तहसील के ग्राम मुरावली में श्री नारसिंह सरकार पर 12 फरवरी से 21 फरवरी तक चल रहे 108 कुंडीय विशाल श्री शिवशक्ति एवम सहस्त्रचंडी महायज्ञ का समापन पूर्णाहूतियो के साथ हुआ सम्पन्न।महायज्ञ के दौरान विधिविधान से वेदाचार्य डॉ. भैरवदत्त शास्त्री ने मन्त्र उच्चारण के साथ महायज्ञ को समपन्न कराया।वहीं महायज्ञ के अंतिम दिन के दौरान चल रही कथा के दौरान कथा वाचक पँ. श्री मिथलेश दास जी महाराज श्रीधाम वृन्दावन ने कहा कि किसी भी मनुष्य को अच्छा या बुरा उसकी बुद्धि ही बनाती है। अच्छी सोच रखने वाला मनुष्य जीवन में हमेशा ही सफलता पाता है।बुरी सोच रखने वाला मनुष्य कभी उन्नति नहीं कर पाता मनुष्य की बुद्धि उसके स्वभाव को दर्शाती है।सदबुद्धि वाला मनुष्य धर्म का पालन करने वाला होता है और उसकी बुद्धि कभी गलत कामों की ओर नहीं जाती। अतः हमेशा सदबुद्धि का पालन करना चाहिए और समय निकालकर भगवान का नाम जरूर लेना चाहिए क्यों कि भगवान की भक्ति से इंसान जो पा सकता है वह किसी भी भक्ति से नही पा सकता।वही महायज्ञ के नौवें दिन मप्र शासन के मंत्री डॉ.गोविंद सिंह मुरावली पहुंचे जहां पहुंचकर उन्होंने सर्वप्रथम नारसिंह महाराज के दर्शन किए तदोपरांत महायज्ञ की व्यवस्थाये देखी।महायज्ञ में पहुंचकर उन्होंने इस विशाल आयोजन के लिए आयोजन समिति व मुराबली सरपँच जितेंद्र सिंह कौरव के साथ हर उस कार्यकर्ता को बधाई दी जिन्होंने महायज्ञ में अपना अमूल्य योगदान दिया।यहां बता दें कि महायज्ञ में रोजाना शुद्ध घी का विशाल भंडारा चल रहा था जिसके दौरान नवे दिन का भण्डारा मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह के द्वारा दिया गया।जिसमें हजारो की सँख्या ने धर्म प्रेमी बन्धुओ व सन्त महात्माओ ने प्रसादी ग्रहण की।यहां बता दे कि दबोह क्षेत्र के नारसिंह सरकार सिद्ध गुफा मुरावली में दैविक, भौतिक, तापिक बधाओ को नष्ट करने के लिए विश्व शांति जनकल्याण शांति के लिए 12 फरवरी से 21 फरबरी तक 108 कुंडीय विशाल शिवशक्ति एवं सहस्त्रचंडी महायज्ञ चल रहा था।वहीं इस महायज्ञ में रात्रि में रामलीला का भी मंचन किया जा रहा रहा था,साथ ही बता दे कि महायज्ञ में यज्ञाचार्य प.श्री हरिहर जी त्रिवेदी, कथावाचक प.श्री मिथलेशदास जी महाराज श्रीधामवृंदावन औरेया वाले,वेदाचार्य डॉ.श्री भैरवदत्त त्रिवेदी है वहीं पारिक्षतो में प्रधान पारीक्षत रीनुदेवी-रणजीत सिंह कौरव लम्बरदार मुरावली, देवीपुराण पारीक्षत सुमनदेवी-रुस्तम सिंह कौरव लंबरदार अमाह, सहस्त्रचण्डी पारीक्षत रामसखी-अनन्त सिंह चौधरी अमाहा-मुरावली, रुद्राभिषेक पारीक्षत गिरजा देवी-जगमोहन शर्मा फरदुआ यज्ञ में पारीक्षत बनाये गए है।वहीं नारसिंह महाराज के चरणसेवक के रूप में रामखिलौने सोनी भगत जी व संजू भगत सिंह शामिल है।
भिंड रिपोर्टर:- मोनू उपाध्याय