बरेली:- सर्दी ने फरवरी माह में अपना 20 साल का रिकार्ड तोड़ दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक आगामी दिनों अभी और सर्दी का प्रकोप झेलाना होगा। इन दिनों न्यूनतम तापमान 08 डिग्री से नीचे ही रहने के आसार है। जबकि इससे पहले बसंत पंचमी के बाद से ही अधिकतम तापमान के साथ-साथ न्यूनतम तापमान में भी सुधार होने लगता है। लेकिन इस बार मौसम कई बार करवट ले रहा है। गुरुवार को अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम सात डिग्री सेल्सियस तापमान रिकार्ड किया गया। छह से आठ किमी रफ्तार से चलती पछुआ हवा, गर्म कपड़ों में लिपटे शहरी, खिली धूप के बाद भी जाड़े में जकड़ा शहर, नीचे सरकता दिन-रात का पारा और फरवरी के शुरूआती दिन। साल के दूसरे महीने के शुरूआती दौर में पड़ रही सर्दी ने नाथ नगरी के लोगों को हैरान-परेशान कर दिया है। बीते 20 सालों पर गौर करें तो कभी फरवरी के शुरूआती इतने ठण्डे नहीं रहे। न ही दिन का पारा इतना नीचे और न ही रात का। साल 2015 की तीन फरवरी सबसे गर्म रिकार्ड की गई थी। गुरुवार को भी सर्द हवाएं डेरा डाले रहें। न्यूनतम पारे में मामूली सुधार हुआ। वहीं मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो आने वाले दिनों में आसमान साफ रहेगा। न्यूनतम अधिकतम पारे में सुधार की संभावना है। आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2019 में 3 फरवरी को अधिकतम पारा 22 डिग्री तो न्यूनतम 10 डिग्री रिकार्ड किया गया था। जो गुजरे पांच सालों में सबसे कम था।
वहीं शाम पांच बजते ही गलन ने फिर असर दिखाना शुरू कर दिया। मौसम वैज्ञानिक डॉ. संदीप सिंह की माने तो 11 फरवरी से अधिकतम और न्यूनतम पारे में सुधार की संभावना है। उन्होंने बताया कि दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 में रिकॉर्ड सर्दी एवं बारिश के बीच राहत की उम्मीद में बैठे लोगों को जल्द ही मौसम अपने नए रंग दिखा सकता है। 15 फरवरी तक मैदानों में सर्दी बेहद कम हो जाएगी और विदाई के करीब होगी। फरवरी के आखिरी हफ्ते में दिन के तापमान सामान्य से ऊपर जाने के आसार हैं। रात के पारे में भी गिरावट का दौर थम सकता है। दिन-रात के ये तापमान गर्मी की आहट का संकेत दे देंगे।
सांस, ह्दय रोगी रहें सावधान
कंपकंपाती सर्दी और कोहरा सांस, ह्दय रोगियों के लिए बड़े खतरे से कम नहीं हैं। चिकित्सकों की मानें तो ऐसे मरीज मौसम साफ होने पर ही घर से बाहर निकलें। नियमित रूप से अपनी दवा खाते रहें।
बच्चों में निमोनिया, कोल्ड डायरिया का खतरा
मौसम के यू टर्न लेते ही बच्चों में निमोनिया और कोल्ड डायरिया का खतरा बढ़ गया है। अभिभावक बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहें।
गेहूं की फसल के लिए वरदान यह मौसम
गेहूं की फसल के लिए इन दिनों जो मौसम चल रहा है, काफी लाभदायक है। बरसात और कड़ाके की सर्दी ही इस फसल के लिए अनुकूल है। इस बार बंपर फसल उत्पादन की उम्मीद जताई जा रही है।
सरसों की फसल पर चैपा का खतरा
बादल छाने के साथ ही कोहरा भी छा रहा है। इस मौसम में सरसों की फसल को चैपा लगने का खतरा रहता है। इसी तरह मौसम रहा तो सरसों की फसल को नुकसान होगा।
मौसम वैज्ञानिक के. सुभाष का कहना है कि पहाड़ों पर बर्फबारी और छाए बादलों के कारण शीतलहर चल रही है। इस तरह का मौसम अभी दो तीन दिन बना रहेगा। बरसात की भी आशंका है।
बीते पांच वर्षों में पांच फरवरी का तापमान
वर्ष अधिकतम न्यूनतम
2014 24 11
2015 26 16
2016 26 12
2017 28 13
2018 31 13
2019 22 10
2020 22 07
बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव