बरेली: बे-मौसम बारिश से ईट भट्ठा मालिकों को भारी नुकसान


उत्तर प्रदेश(बरेली):- गुरुवार की रात से लगातार हुई वर्षा के कारण ईट भट्टे में तैयार कच्चे ईंट को भारी नुकसान हुआ है। वहीं ईट भट्ठा मालिकों के अनुसार जिले मे करीब पचास लाख रुपये से ज्यादा के ईट की क्षति हुई है। भट्ठा मालिक नुकसान की भरपाई करने के लिए तैयार ईट की कीमतों में इजाफा करने के फिराक में हैं। शहर एवं देहात क्षेत्र में स्थित दर्जनों ईट भट्ठों में लाखों की संख्या में कच्चे ईट को खुले में सूखने के लिए रखा गया था। सूखने के बाद उसे चेंबर में डालकर पकाया जाता है, लेकिन अचानक आई वर्षा ने किए कराये पर पानी फेर दिया। कस्वे को भट्टा नगरी के नाम से जाना जाता है। शीशगढ़ कस्वे के लोगो का मुख्य कारोबार ईंट का ही  है। कस्बे का हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी रूप में ईंट भट्टे के कारोबार से जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि अधिकाश ईट भट्टो पर अभी तक ईट पकाने का काम शुरू नही हो पाया है। माह दिसम्बर से अब तक कई बार अच्छी बारिश हो चुकी है। जिस कारण कच्ची ईट बारिश की भेंट चढ़ जाने से ईट भट्टा  व्यवसाय पर संकट के बादल मंडराने लगे है। भट्टे में अब लागते लगातार बढ़ती ही जा रही है। जिससे भट्टा व्यापारी परेशान है। ईट भट्ठों पर कच्ची ईंट पकाने के लिए अब भट्ठों मे आग चढ़ाने की तैयारी शुरू थी कि बीती रात हुई बारिश ने कुछ ही देर मे कच्ची ईंट को तहस नहस कर दिया। जिला एडन्ट निर्माता समिति के अध्यक्ष हाजी आफताब अहमद ने बताया कि ईट भट्ठों का कारोबार लगातार संकट से जूझ रहा है। ऐसे में ईट के नुकसान होने से नए सिरे से ईंट का निर्माण एवं मजदूरी भुगतान के लिए राशि की व्यवस्था करना काफी मुश्किल होता है। टैक्स मे भी कोई छूट नहीं मिल रही है जबकि मिटटी खनन के नाम पर पुलिस भी ईट भट्टा स्वामियों का उत्पीड़न कर रही है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि  बारिश से दैवीय आपदा से ईट भट्ठों पर जो हानि हुई है। उसकी पूर्ती के लिए टैक्स की दरें कम करके भट्टा व्यापारियो को आर्थिक मदद  की जाये।।


बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव