शाहजहांपुर: राजकीय ठेकेदार की हत्या कांड का पुलिस ने किया खुलासा, माँ बेटे निकले मास्टरमाइंड


शाहजहांपुर:- उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में 2 दिसंबर को हुई थाना सदर बाजार क्षेत्र में राजकीय ठेकेदार राकेश यादव की हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है आपको बता दें पुरानी रंजिश को लेकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया गया था सबसे बड़ी बात यह है। कि इस हत्या का तानाबाना यहाँ के प्रख्यात रहे एक गैंग के सरगना स्वर्गीय अंशू की पत्नी और बेटे ने अपनें दु:श्मन को रास्ते से हटाने के लिए दुश्मन के बेटे को मारने की साजिश रच डाली यह साजिश बीस लाख रुपए में एक गैंग को दी गई थी जिसमें उक्त गैंग के आरोपियों ने राजकीय ठेकेदार की गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई थी जहाँ पुलिस ने आरोपी मां सहित पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। घटना थाना सदर बाजार क्षेत्र के (Pwd) कार्यालय परिसर की थी जहां पर राजकीय ठेकेदार किसी काम से दोपहर लगभग 2:00 बजे गया था वही पहले से घात लगाए बैठे किराए के शार्प शूटरों ने कई राउंड फायरिंग करके राकेश यादव को मौत के घाट उतार दिया था और उसके साथी सोनू को भी 3 गोलियां लगी थी जिसका एक निजी हॉस्पिटल में इलाज़ चल रहा है|वहीं एसपी डॉ०एस चनप्पा ने फरार आरोपियों के ऊपर रखा पच्चीस पच्चीस हजार रुपए इनाम की घोषणा साथ ही शासन द्वारा खुलासा करनें वाली टीम को भी एक लाख रुपये देनें की घोषणा की गई है।


आपको बताते चलें कि राजकीय ठेकेदार राकेश यादव की हत्या पुरानीं रंजिश का बदला लेने के लिए कराई गई थी हत्या कराने वाला कोई और नही बल्कि उसका पुराना दुश्मन ही था जिसके चलते अभय राज़ ने 20 लाख रुपये की सुपारी हत्यारों को दी गई थी।


आपको बताते चलें कि दो दिसंबर को राजकीय ठेकेदार राकेश यादव पुत्र गिरन यादव की दिनदहाड़े हुई हत्या कर दी गई थी जिसका पुलिस ने आज खुलासा करते हुए एक महिला सहित पाँच लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है|आपको यह भी बतादें कि हत्या की बजह शाहजहाँपुर के दो गैंगो में पुरानी रंजिश बताया जा रहा है|जहाँ शाहजहाँपुर के ऑफिसर कॉलोनी स्थित (Pwd) राजकीय ठेकेदार राकेश यादव की हत्या 20 लाख रुपए की सुपारी देकर कराई गयी थी लेकिन शूटरों को केवल और केवल 20,000/रुपए ही मिल पाए थे क्योंकि अभय राज़ बैंकांक से वापस ही नहीं आ पाया था तबतक पुलिस ने ठेकेदार की हत्या करने वाले भाड़े के दोनों शूटरों को गिरफ्तार कर लिया गया वहीं पुलिस अधीक्षक डा. एस. चनप्पा ने बताया कि दो गैंग के बीच चल रही पुरानी रंजिश के चलते 20 लाख की सुपारी देकर ठेकेदार की हत्या कराई गई थी हत्याकांड का मास्टरमाइंड अभय राज ने बैंकॉक में बैठ कर दो शूटरों के जरिए हत्या को अंजाम दिया था तथा उस पर कोई शक न करे इस लिये वह पहले ही बैंककॉक चला गया था तथा उसने अपने दोस्त इंदौर निवासी आसिफ से मिलकर अपनी माता के साथ विशाल विद्यार्थी के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई थी भाड़े के हत्यारों को 20 लाख रुपया दिया जाना तय हुआ था अभयराज व विशाल एवं आसिफ अपनी इनोवा कार से शूटरों राहुल चौधरी एवं गौरव जिंदल को गाड़ी में बैठाकर शाहजहांपुर लाये थे और उन्होंने हत्या के लिए शूटरों को सारी जानकारियां दी थी गोपाल दीक्षित ने शूटरों के खाने पीने व ठहरने की व्यवस्था उपलब्ध कराई थी शिवम त्रिवेदी ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल दी थी वहीं इस मामले में मृतक ठेकेदार राकेश यादव के परिवार से जुड़े उस व्यक्ति को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसने एक महीनें से लगातार सुरागरसी कर मुखबिरी का कार्य कर राकेश की हत्या में अहम भूमिका निभाई है। जहाँ इस चर्चित ठेकेदार हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने एक महिला सहित पाँच लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अभयराज की माता मीता गुप्ता निवासी कटिया टोला गोपाल दीक्षित निवासी बेहटा गोकुल हरदोई व शार्प शूटर गौरव जिंदल राहुल चौधरी निवासी ब्रह्मपुरी मेरठ शिवम त्रिवेदी मिशन फील्ड थाना चौक कोतवाली को गिरफ्तार कर लिया है|थाना सदर बाजार बहादुरगंज क्षेत्र के मोहल्ला कटिया टोला निवासी गिरन यादव के पुत्र ठेकेदार राकेश यादव की (2) दिसंबर को पीडब्ल्यूडी कार्यालय के सामने गोली मारकर हत्या कर दी गई थी दिनदहाड़े हुई इस हत्याकांड के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी मामला हाई फाई होने के कारण बात सीएम तक पहुंच गया था।पुलिस ने हत्या में प्रयोग होने बाली पिस्टल और तमंचा सहित एक इनोवा कार व एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है। तथा फरार मास्टरमाइंड अभय राज पुत्र (स्व०) अंशुमान (नि०) बहादुरगंज पूर्व से ही राकेश यादव व उनके परिवार से रंजिश मानता था साथ ही राकेश की काफी शोहरत और दौलत बढ़ रही थी और राकेश को सभी टेंडर भी मिल रहे थे इसलिए अभयराज ने गिरन यादव की बजाय राकेश यादव को हटानें की रणनीत अपनीं माँ के साथ बैठकर बनाई और फिर शूटरों द्वारा यह हत्या का घिनौना कृत्य खेला गया जिसमें पुलिस ने अभय राज़ सहित उसके दोस्तों पर 25-25 हजार का ईनाम भी घोषित कर दिया है। वहीं अभियुक्तों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को डीआईजी ने एक लाख रुपए देने की घोषणा की है| घटना का मास्टर माइन्ड अभयराज अभी पुलिस की गिरफत से बाहर है|अभियुक्तों को गिरफ्तार करने बाली पुलिस टीम में किरन पाल सिंह प्रभारी निरीक्षक सदर बाजार (उ.नि.) रोहित कुमार, उ.नि. क्रांतिवीर सिंह क्राइम ब्रांच (उ.नि.) बकार अहमद एसओ खुदागंज, नासिर खां चौक कोतवाली (उ.नि.) राम मेहर सिंह सदर बाजार टीम में मौजूद रहे।


शाहजहांपुर:- उदित शर्मा