शाहजहांपुर: कर्ज के चलते किसान की मौत


शाहजहांपुर:- उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार किसानों के लिए बड़े बड़े वायदे तो करती है। लेकिन किसान है। कि कर्ज के चलते अपनी मौत को गले लगा रहे हैं, और परिवार अपने पालन पोषण करता की मौत पर बेसहारा होते जा रहे हैं।


उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर में कर्ज के चलते एक किसान की सदमे में मौत हो गई है|ताज़ा मामला उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहांपुर के थाना खुटार के अंतर्गत ग्राम बेला का है। जहां पर किसान ओमप्रकाश 55/वर्षीय ने क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक ऑफ बड़ौदा जोगराजपुर से दस वर्ष पूर्व लोन लिया था जिसका वह परिवार के भरण-पोषण और गरीबी के चलते लोन की पूरी अदायगी नहीं कर सका जहां उक्त किसान को बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रामीण बैंक के मैनेजर एवं फील्ड ऑफिसर द्वारा लगातार प्रताड़ना दी जा रही थी जिसके चलते वह काफी चिंतित रहने लगा था क्योंकि उसकी जबान बेटियों की शादी करने की जिम्मेदारी जो थी जहाँ वह बैंक कर्मचारियों की प्रताड़ना बर्दाश्त नहीं कर सका आपको बताते चलें कि कल बैंक द्वारा एक बार फिर किसान को ₹80000 तत्काल जमा करने के लिए फरमान जारी कर दिया गया तो वह यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर सका जिसके चलते उसकी कल रात्रि में मृत्यु हो गई है। जहां परिवार में कोहराम मचा हुआ है तो वही परिवार के मुखिया की मौत से परिवार विल्कुल टूट सा गया है।


आपको बताते चलें कि उक्त किसान के पास मात्र 5 बीघा जमीन थी जिससे वह अपने पूरे परिवार का भरण पोषण करता था जिसमे उक्त किसान के 7 बच्चों में 5 लड़कियां थी जिसमें दो लड़कियों की शादी कर चुका था लेकिन वाकी अभी भी 3 चोटी बड़ी जवान बेटियां बची थी जिनकी शादी को लेकर वह चिंतित रहता था उधर बैंक द्वारा लगातार पैसा चुकाए जाने पर प्रताड़ना दी जा रही थी अब वह अपनी जमीन बचाए या अपनी बेटियों की शादी करें इस जद्दोजहद में वह अपनी चिंता में जान गवां बैठा है। वहीं परिवार अपने एक होनहार बाप और पति को खो चुका है। अब उसका भरण पोषण और आश्रय देनें वाला कोई नहीं बचा है।


फिलाहल अभी तक किसी अधिकारी ने किसान की मौत पर मौके पर ना तो पहुंचने की अपनी जिम्मेदारी समझी है।और ना ही किसान की मौत पर अभी तक जिले के किसी अधिकारियों द्वारा मुआवजा देनें की बात कही गई है।





शाहजहाँपुर ब्यूरो:- उदित शर्मा