रायबरेली: पुलिस व नगर पंचायत प्रशासन ने मांस की बंद कराई दुकाने, अभियान चलाकर उतरवाए बोर्ड व होर्डिंगे


रायबरेली:- पुलिस को लिखित रूप से बिना लाइसेंस दुकाने न खोलने का आश्वासन देने वाले मांस विक्रेता जांच में दुकाने खोले मिले। प्रशासन ने सख्त हिदायत देते हुए तत्काल दुकाने हटवाई। चिकमंडी मोहल्ले में दुकाने बंद मिली लेकिन दुकाने पर मांस बिक्री के लेकर बोर्ड लगे थे। जिन्हें प्रशासन ने हटवा दिया। शनिवार की दोपहर में पुलिस व नगर पंचायत प्रशासन  ने मांस बिक्री को लेकर लालगंज नगर में लगने वाली सबसे बड़ी मंडी चिकवाही का निरीक्षण किया। वहां दुकाने तो बंद मिली लेकिन दुकानों के बाहर मुर्गे भरकर रखने वाली जालियां, दुकानों के ऊपर मांस बिक्री को लेकर बोर्ड लगे मिले। प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए जहां बोर्ड हटवाए वहीं जालियां को अंदर रखवाने के निर्देश दिए। कोतवाल विनोद सिंह व अधिशाषी अधिकारी अनुराग शुक्ला ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेशानुसार बिना लाइसेंस बनवाए मांस बिक्री करने समेत पशु व पक्षी विक्रय भ्ी नही किया जाएगा। लाइसेंस बनवाने के बाद भी नियमो के अनुसार ही मांस समेत पशु व पक्षी वध व बिक्री की दुकाने लगाई जाएंगी। भले ही नगर में मांस बिक्री की दुकाने बंद हो गई हों लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी सड़क किनारे मांस, मछली, मुर्गे व बकरे आदि के मीट की दुकाने सज रही हैं। नगर के बाद अब ग्रामीणों को खुले में लगने वाली इन दुकानों के बंद होनें का इंतजार है। चिकमंडी व सेमरपहा में छापेमारी के दौरान निरीक्षक केबी सिंह, कस्बा इंचार्ज अजय यादव, नगर पंचायतकर्मी वीरेंद्र यादव, मनोज दीक्षित समेत पुलिस बल व सफाईकर्मी मौजूद रहे। 



सड़क पर लड़ते मवेशी, घायल होते राहगीर
नगर के प्रमुख मार्गां पर आए दिन आवारा मवेशी लड़ते दिखाई देते हैं। जब वह आपस में लड़ते हैं तो सड़क पर भगदड़ मच जाती है। सड़क पर जगह जगह पर बेसहारा मवेशियों के झुंड हर समय देखे जा सकते हैं। कस्बे के नई बाजार मोहल्ला समेत, करूणा बाजार चौराहा, सब्जी मंडी, बाईपास रोड़, गांधी चौराहा व मंडी समिति परिसर के बाहर व अंदर इन मवेशियों का अड्डा बना हुआ है। सर्वाधिक मवेशी एक साथ मंडी समिति के अंदर देखने को मिलेंगे जहां वह सब्जी विक्रेताओं का नुकसान किया करते हैं। सड़क पर जब यह मवेशी आपस में लड़ते हैं तो राहगीरों में भगदड़ मच जाती है।ऐक ऐसा ही नजारा लालगंज-फतेहपुर मुख्य मार्ग पर कोतवाली के सामने देखने के मिला जब अचानक कुछ सांड़ आपस में भिड़ गए। फिर क्या था सड़क पर दोनो तरफ जाम लग गया।जो जहां पर था अपने वाहन लेकर खड़ा हो गया। कुछ देर के लिए लोग उन सांड़ों की लड़ाई देखते रहे। गनीमत थी कि कोई राहगीर इनकी चपेट में नही आया। कस्बे के मुख्य बाजार में भी आए दिन सांड़ आपस में लड़ जाते हैं। उनकी चपेट में जो भी राहगीर आ जाता है उसे यह मवेशी गंभीर रूप से घायल कर देते हैं।









रायबरेली ब्यूरो:- अभिषेक बाजपेई