डॉ जय देश यादव ने बताया आंख में कोई चोट नही जब कि सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी व जिले के वरिष्ठ नेत्र चिकित्सक ने की चोट की पुष्टि
मोटी रकम लेकर फर्जी चोट बनाने का जिला अस्पताल में हुआ पर्दाफाश
इटावा:- जिला अस्पताल में अगर आपको नकली चोट बनवानी है और किसी को फर्जी फँसाना है तो इसके लिए आपको 10 हजार रुपये खर्च करने पडेंगे। अगर आपने 10 हजार रुपये नही दिए तो डॉक्टरी मुआयने में आपकी असली चोटें भी गायब कर दी जाएगी।
यह बात बिल्कुल सच है कि अगर जिला अस्पताल में आपको अपनी असली चोटों का परीक्षण कराना है तो आपको मोटी रकम देनी पड़ेगी अगर आपने डॉक्टर को रुपये नही दिए तो डॉक्टर आपको पूरी तरह फिट कर देगा। और चोट लगी होने के बाबजूद आपको सही बता देगा।
यह वाकया सोमबार को जिला अस्पताल के कमरा नम्बर 109 के नेत्र विभाग में देखने को मिला नेत्र विभाग में डॉ जयदेश मरीजो को देख रहे थे सैफई निवासी सुघर सिंह अपनी आंख की चोट का परीक्षण कराने गए तो डॉ जयदेश बोला कि आपको केस करने के लिए डॉक्टरी मुआयना कराना है क्या तो पीड़ित ने हाँ बोला तो डॉ जयदेश ने उन्हें दूसरे कमरे में बैठे डॉ के पास भेज दिया तो उस डॉ ने बोला कि कितनी चोट बनवानी है उसी हिसाब से पैसे लगेगें। पीड़ित ने कहा कि मेरी आँख में पहले से ही चोट है और धुंधला दिख रहा है। तो पैसे क्यो दूं तो उस डॉक्टर ने सिपलॉक्स ड्राप लिखकर बापस डॉ जयदेश से मिलने को भेज दिया। जब कि उसी जिला अस्पताल के डॉक्टर ने इमरजेंसी में आंख के बाहरी तरह चोट होने की पुष्टि की थी। सुघर सिंह द्वारा इमरजेंसी में 7 दिसम्बर को रात्रि 9:30 बजे अपनी चोट का मुआयना जिला अस्पताल के इमरजेंसी में कराया था। लेकिन रुपये न देने की बजह से डॉ जयदेश ने अंदरूनी चोट होने से साफ मना कर दिया।
पीड़ित पुनः डॉ जयदेश से मिलने आया और डॉ जयदेश को बताया कि मेरी आँख में पहले से ही चोट है और मुझे धुंधला दिख रहा है फिर फर्जी डॉक्टरी के नाम पर मुझसे पैसे क्यो मांगे जा रहे है। तो डॉक्टर जयदेश ने फर्जी चेकप किया और बोला कि आपकी आंख बिल्कुल सही है आपकी निगाह कमजोर है आप निगाह चेक कराए।
सुघर सिंह ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया जिला अस्पताल के नेत्र चिकित्सको की करतूत देखने के बाद वह अपनी आंख का परीक्षण कराने जिले के बरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ सी०एस० दुवे के अस्पताल गये तो उन्होंने चेकप किया और आंख में चोट व सूजन की पुष्टि की व आठ दिन की दवा भी लिखी। पीड़ित ने आज सैफई में स्थित उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय में डॉ को दिखाया व जांच करायी उसमे भी आंख में चोट की पुष्टि हुई।
सुघर सिंह ने मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव चिकित्सा, व जिलाधिकारी इटावा को पत्र भेजकर रुपये लेकर फर्जी चोट बनाने वाले चिकित्सक जयदेश यादव व एक अन्य के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है।
रिपोर्टर:- सुघर सिंह यादव