लगभग 1000 से अधिक बच्चियों ने अनोखे ठंग से कॉलेज से निकलकर कस्बे की सड़कों पर अपने चेहरे पर काजल लिपस्टिक को पोत कर हाथों में तख्तियां लेकर बलात्कार के खिलाफ और ऐसे अपराध करने वालो के खिलाफ फांसी की मांग करते हुए विशाल रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
इटावा:- देश में हो रहे बलात्कार को लेकर अब महिलाओं और छात्राओं में डर और गुस्सा दोनों ही देखने को मिल रहा है जिसके चलते पूरे देश भर में इसके खिलाफ हर वर्ग छात्र-छात्राओं समाजिक संस्थाओं के द्वारा अपने अपने ढंग से बलात्कारियों के खिलाफ फांसी की मांग की गूंज सुनाई दे रही है।
सात साल पहले हुए निर्भया के साथ दुष्कर्म और हत्त्या के खिलाफ फिर आवाजें उठना शुरू हो गई है। जिसकी वजह है कि कोर्ट ने निर्भया के दोषियों को फांसी देने की सजा मुकर्रर कर दी है। लेकिन सात साल बीत जाने के बाद भी चारों आरोपियों को फांसी नही दी गयी।
जिसका गुस्सा देश भर में देखने को मिल रहा है क्योंकि हाल ही में हैदराबाद, उन्नाव में रेप के बाद हत्त्या जैसे बड़े मामले सामने आए हैं। जिसमे हैदराबाद की बेटी को हैदराबाद की पुलिस ने कतिथ तौर पर इंसाफ दे दिया।
चारो आरोपियों का एनकाउंटर करके लेकिन सात साल बीत जाने के बाद भी निर्भया के गुनहगारों को फांसी न दिए जाने के चलते आज इटावा के चौ० सुघर सिंह इंटर कॉलेज के चैयरमेन अनुज यादव (मोंटी) के निर्देशन में लगभग 1000 से अधिक बच्चियों ने अनोखे ठंग से कॉलेज से निकलकर कस्बे की सड़कों पर अपने चेहरे पर काजल लिपस्टिक को पोत कर हाथों में तख्तियां लेकर बलात्कार के खिलाफ और ऐसे अपराध करने वालो के खिलाफ फांसी की मांग करते हुए विशाल रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया।
आपको बता दें कि दिल्ली में आज से सात साल पहले बस के अंदर निर्भया को बलात्कारियो में अपनी हवस का शिकार बनाते हुए उसकी निर्मम हत्त्या चलती बस के अंदर कर दी थी जिसके बाद देश मे बलात्कार और बलात्कारियो के प्रति देश मे भर विरोध प्रदर्शन हुए थे उसी के बाद फिर से हैदराबाद में और उन्नाव में हुए घटनाक्रम को लेकर देश मे फिर से आग जल उठी है।
चौ० सुघर सिंह विधालय की छात्रा आरती यादव ने बताया देश मे महिलाओं के प्रति हो रहे ऐसे घिनोने कांड को लेकर हमारे मन मे भी कही न कही इस बात का डर रहता है हमे भी असुरक्षा महसूस होती है।
इसलिए बलात्कारियों को जब तक फांसी की सजा नही होती देश मे दुष्कर्म की घटनाएं कम नही होगी हमारी मांग है निर्भया के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए।
वहीं कॉलेज की अध्यापिका पूनम यादव ने बताया कि हमारा यह विरोध प्रदर्शन किसी एक घटना को लेकर नही बल्कि समाज मे कही भी किसी भी तरह बेटियों पर हो रहे अत्याचार के ख़िलाफ़ है बेटी ससुराल में भी पति से पीड़ित हो या समाज मे किसी बलात्कारियो से बेटियो की सुरक्षा हो और इंसाफ मिले।
रिपोर्टर:- सुबोध पाठक