ढाबों व होटलों की थाली से प्याज गायब


परेशान होटल वाले बोले, एक समान हो चले हैं दोनों के भाव
सलाद की प्लेट और पकौड़ियों से भी प्याज गायब


बरेली:- फतेहगंज पश्चिमी। प्याज पर बढ़ती महंगाई से गृहणियां तो पहले से ही परेशान हैं, लेकिन अब नॉनवेज व बेज बेचने वाले होटल संचालन भी परेशान हो चले हैं। उनका कहना है कि इस प्रतियोगी दौर में चीजों के दाम बढ़ा नहीं सकते हैं, लेकिन वर्तमान में प्याज और मुर्गे के दाम एक समान हो चले हैं, ऐसे में वह समझ नहीं पा रहे हैं कि 'मुर्गे में प्याज डाले या प्याज में मुर्गा'। इन दिनों प्याज का दाम का आसमान छू रहा है। घरों के किचन में प्याज की कमी तो है ही होटल वाले भी परेशान हैं। वह चाहे वेज होटल हों या नॉन वेज, सभी जगह प्याज के बिना कोई डिश तैयार नहीं होती। इसमें नॉन वेज होटल वाले कुछ ज्यादा ही दुखी है। उनका कहना है कि इस समय मुर्गे और प्याज के दाम लगभग एक समान (120 रुपये प्रति किलो) हो चले हैं। अब समझ में नहीं आता किसमें क्या डालकर बनाएं। सभी होटल वाले प्याज की महंगाई से परेशान हैं।


असल मेें मुर्गा, मटन की ग्रेवी प्याज पर ही निर्भर करती है। होटल व्यवसाय से जुड़े लोग बताते हैं कि एक क्विंटल प्याज भुनकर मात्र सात किलो के करीब रह जाता है, जब तक इसे डिश में भरपूर मात्रा में न मिलाया जाए डिश का स्वाद नहीं उभरता। इसके अलावा डिश जब ग्राहक के पास जाती है तो वह भी प्याज की डिमांड करता है। अगर न दो तो ग्राहकी प्रभावित होती है। इसके अलावा मुर्गे की डिश में डाली जाने वाली सफेद इलायची जो एक साल पहले 800 रुपये किलो थी वह भी अब चार हजार रुपये किलो है।


बाजार में आलू-गोभी और हरी सब्जियों की पकोड़ी की भरमार
पकौड़ियों से भी प्याज गायब हो चुकी है। बाजार में पकौड़ियां लेने जाएं तो अधिकांश स्थानों पर आलू, गोभी या मिर्च की ही पकौड़ियां मिलेंगी। प्याज की पकौड़ियां बहुत कम दुकानदार ही बना रहे हैं, जबकि अधिकांश लोग प्याज की पकौड़ियां ही पसंद करते हैं। उनका भी मानना है कि प्याज की पकौड़ी में मार्जिन नहीं आ रहा है। सस्ती प्याज लगाते हैं तो उसमें टेस्ट नहीं मिलता। फिर ग्राहक शिकायत करता है।


जितनी बिक्री होती है उसका आधा पैसा तो प्याज में चला जाता है। दाल या सलाद या नानवेज में इस्तेमाल होने वाली सफेद इलायची भी एक साल में चार गुना महंगी हो चुकी है। लिहाजा बिक्री एक तरह आधी मानी जा सकती है।
- सरजू यादव पूर्व चैयरमैन, होटल मालिक


महंगाई के चलते प्याज कम ला रहे थे, जिसके चलते खानेे में लज्जत नहीं आ रही थी। ग्राहक को दाल हो, मुर्गा हो या मछली उसे खाने में सलाद के तौर पर प्याज जरूर चाहिए। फिलहाल कुछ दिनों के लिए होटल बंद कर दिया है।
- सचिन यादव, होटल मालिक


क्यों महंगा है प्याज
महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में पिछले दिनों बेमौसम हुई बारिश से बाढ़ आ गई थी। प्याज की पैदावार जमीन में होती है, जो बाढ़ से जमीन में दब गई या फिर खराब हो गई, जो बची वह भीगने से बर्बाद हो गई। अब वह प्याज बाजार में आ रही है जो गोदामों में रखी गई थी। इस तरह प्याज की कमी होने से महंगाई बढ़ गई।


बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव