बरेली:- फतेहगंज पश्चिमी बरेली। आवारा गोवंश को गोद लेने वालों में पुरुषों के साथ महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। बरेली में प्रशासन ने 622 गोवंश 366 व्यक्तियों को मुख्यमंत्री गो सहभागिता योजना के तहत गोद दिए हैं। इनमें बेसहारा गोवंश को अपनाने वाली 177 महिलाएं हैं। 8 मुस्लिम महिलाओं ने भी आवारा गोवंश को गोद लेकर धार्मिक सौहार्द कायम की है। प्रशासन मुख्यमंत्री गो सहभागिता योजना के तहत लगातार आवारा गोवंश को लोगों की सुपुर्दगी में दे रहा है। गांव से लेकर शहर तक गोवंश को गोद के लिए अधिकारी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। सरकार एक गोवंश की परवरिश के लिए नौ सौ रुपये महीना सीधे पशुपालक के खाते में भुगतान करती है। अब तक 622 गोवंश को गांव और नगर निकायों में रहने वालों ने अपना लिया है। 366 व्यक्तियों को गोवंश दिए गए हैं। महिलाओं ने गोवंश को गोद लेने के लिए खासी रुचि दिखाई है। कई गांवों में तो सिर्फ महिलाओं ने ही गोवंश को गोद लिया है। 177 महिलाओं ने गोवंश को मुख्यमंत्री गो सहभागिता के तहत गोद लिया है। इनमें आठ मुस्लिम महिला भी हैं। कई और महिलाओं ने गोवंश को गोद लेने के लिए अधिकारियों को आवेदन दिए हैं।
इन मुस्लिम महिलाओं ने गोद लिए हैं गोवंश
सलमा हुरहुरी (मीरगंज), साजदा शाही (फतेहगंज पश्चिमी), रानी बी मोहम्मदपुर (बहेड़ी), हुसनारा जिगिनिया (बहेड़ी), नगमा रहमानपुर (मझगवां), कामकाई प्रेमराजपुर (आलमपुर जाफराबाद), तवस्सुम दोहना पीतमराय भोजीपुरा, रूवी दोहना पीतमराम भोजीपुरा
गो आश्रय स्थलों से लगातार गोवंश को गोद दिया जा रहा है। महिला भी गोवंश के गोद लेने के लिए आगे आ रहीं हैं। इनमें कई मुस्लिम महिला भी शामिल हैं। कई और महिलाएं भी गोवंश को गोद लेंगी।
एलके वर्मा, सीवीओ
बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव