18 को एमएलसी विधान परिषद् में उठाएंगी किसानों की बर्बादी का मुद्दा


किसानों की पीड़ा अगर नहीं सुनी तो 27 से धरना देंगे एमएलसी प्रतिनिधि आरपी निरंजन


जालौन:- झांसी-ललितपुर-जालौन निकाय क्षेत्र से विधान परिषद् सदस्य रमा निरंजन ने ओलावृष्टि से किसानों के हुए नुकसान और तबाही पर बहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, इस दुख की घड़ी में वे किसानों के साथ हैं। उन्होंने बताया कि किसानों की इस बर्बादी का मुद्दा वह 18 दिसंबर को सत्र के दौरान विधान परिषद् में भी उठाएंगी। उन्होंने अपने प्रतिनिधि आरपी निरंजन को उस इलाके में भेजा जहां ओले गिरने से सबसे ज्यादा तबाही हुई। सोमवार को ग्राम पनयारा, सिमिरिया सहित कई गांवों का दौरा करने के बाद पनयारा में किसानों के साथ वार्ता की और मीडिया को बताया कि अगर इस सरकार ने किसानों का दुख दर्द नहीं सुना और उन्हें राहत न दी तो वे स्वयं इसी गांव में 17 दिसंबर से धरना देंगे।


ओलावृष्टिï से प्रभावित हुए गांवों का दौरा करने के लिए पहुंचे एमएलसी प्रतिनिधि आरपी निरंजन को वहां के किसानों ने अपनी बर्बादी की दासतां सुनाई और अपने वे खेत दिखाए जिनमें फसल के नाम पर कुछ भी नहीं बचा है। किसानों ने उन्हें बताया कि कर्ज लेकर उन्होंने अपने खेत बोए थे लेकिन 13 दिसंबर को हुई अतिवृष्टि और ओलावृष्टि ने उनकी बर्बादी की कहानी लिख कर उन्हें दाने दाने के लिए मोहताज कर दिया है। अब तो उनके पास इतना भी नहीं बचा है कि वे साल भर अपने परिवारों का पेट भर सकें। खेतों का दौरा करने के बाद पनयारा गांव में चौपाल लगा कर आरपी ने किसानों का दर्द बांटने का प्रयास किया और उन्हें बताया कि एमएलसी रमा निरंजन सत्र के दौरान किसानों का यह मुद्दा 18 दिसंबर को विधान परिषद् में उठाएंगी। उन्होंने मीडिया को यह भी बताया कि अगर किसानों का दर्द सरकार ने नहीं सुना तो वह स्वयं 27 दिसंबर से पनयारा गांव में धरने पर बैठेंगे। इस दौरान ननकू भैया, राजीव पटेल, रवीन्द्र पटेल, लक्ष्मण, सुनील, कृष्णा, विनय, हरिश्चंद्र, महेश, अनिल, रामप्रकाश, रोहित, संजीव, श्यामसिंह आदि मौजूद रहे।










जालौन ब्यूरो:- पुष्पेन्द्र द्विवेदी