बरेली:- खून की कमी दूर करने और नए रक्तदाताओं को प्रेरित करने के लिए अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत ग्रामीण इलाकों में शिविर लगाया जाएगा। नेशनल हेल्थ मिशन के निदेशक ने निर्देश दिया है कि सीएचसी और देहात के स्वास्थ्य केंद्रों पर रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाए और नए लोगों को ब्लड डोनेट करने के लिए जागरूक किया जाए। किशोरियों, गर्भवतियों में खून की कमी से एनीमिया की बीमारी लगातार बढ़ती जा रही है।
सबसे बड़ी परेशानी की बात यह है कि मरीजों को खून देने के लिए उनके घरवाले और रिश्तेदार तक तैयार नहीं होते है। ऐसे मरीजों के साथ ही कैदी, हादसे में घायल हुए लोगों और अनाथ मरीजों को भी ब्लड बैंक से खून दिया जाता है। खून की मांग के अनुपात में रक्तदान करने वालो की संख्या काफी कम है। एनएचएम की तरफ से एक बस भी ब्लड डोनेशन के लिए दी गई है लेकिन समीक्षा में सामने आया है कि माह में 2-3 शिविर ही लगाए गए हैं। ऐसे में मिशन निदेशक ने निर्देश दिया है कि सीएचसी-पीएचसी के साथ ही देहात के स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ब्लड डोनेशन कैंप लगाया जाए। इसमें युवाओं को खास तौर पर रक्तदान के लिए प्रेरित और जागरूक किया जाए।
बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव