ट्रांसफर को लेकर दरोगा ने लगाई 40 किमी दौड़, थाने पहुँचने से पहले रास्ते में हुए बेहोश


इटावा:- ट्रांसफर को लेकर दरोगा ने लगायी 40 किमी दौड़ थाने पहुंचने से पहले ही रास्ते में हुए बेहोश ग्रामीणों ने पुलिस को दी सूचना जिसके बाद पुलिस जीप से दरोगा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया जहां उसका उपचार किया जा रहा है।


वैसे तो आपने भारत भर की सड़कों पर आए दिन पुलिस को दौड़ लगाते हुए देखा होगा कभी पुलिस विभाग के द्वारा आयोजित मेराथनो तो कभी मुल्जिमो के पीछे दौड़ती पुलिस देखी होगी लेकिन आज हम आपको ऐसे दरोगा जी से रूबरू करवाते है जो अपने ही विभाग के पुलिस लाइन के आर आई से नाराजगी के चलते 60 किलोमीटर दौड़ने का मन बनाकर पुलिस लाइन दौड़ना शुरू कर दिया यह नजारा देखकर राह चलते लोग सकते में पढ़ गए कि कही दरोगा जी को कोई सजा तो नही मिली दौड़ने की।


इटावा पुलिस का दरोगा आरआई से नाराज होकर पुलिस लाइन से दौड़कर बिठौली थाने में ड्यूटी जॉइन करने की ठानी सड़क पर दौड़ लगाते दरोगा जी को हमारी टीम ने जब देखा तब उनसे बात की गई तो दरोगा विजय प्रताप ने बताया कि पुलिस लाइन के आरआई ने मनमाने ढंग से उनका ट्रांसफर जनपद इटावा के बिठौली थाना कर दिया है जिसके चलते वो इटावा से बिठौली तक दौड़कर जाएंगे दरोगा विजय प्रताप ने बताया मैं 3 माह पहले भी बिठौली थाना में तैनात था जहाँ के इंचार्ज से मेरी नही बनती जिसकी शिकायत हमने आलाधिकारियों से की थी इसके बावजूद आरआई ने मुझे पुलिस लाइन से उसी थाने में भेज दिया।


इटावा पुलिस लाइन के आरआई के द्वारा थाना बिठौली रवानगी होने से नाराज़ दरोगा ने विरोध का अजीब तरीका थाना बिठौली 65 किलोमीटर दौड़ का कर जाने का किया फैसला सुबह 9 बजे से इटावा पुलिस लाइन से दौड़ना शुरू करने के बाद 45 किलोमीटर दूर चम्बल के बीहड़ में हनुमंतपुरा में बेहोश होकर गिरा मोके पर पहुँची थाने बिठौली की पुलिस ने पुलिस जीप से स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराया भर्ती, दरोगा की हालत फिलहाल खतरे से बाहर, लेकिन बड़ा सवाल मुख्यालय के आला अधिकारियों को सुबह से ही जानकारी होने के बाद भी दरोगा को रोका क्यों नही गया  जबकि इस बीच रास्ते मे 5 से ज़्यादा थाने मिले लेकिन कहीं दारोगा जी को इस अजीब हरकत के लिए रोका नही गया, दरोगा विजय प्रताप का कहना पुलिस लाइन से आर आई ने ज़बरदस्ती ट्रांसफर कर दिया था जब इस मामले पर एसएसपी इटावा संतोष कुमार से बात करनी चाही तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए मामले से बचते नजर आए।


इटावा ब्यूरो: सुबोध पाठक