शहर से अतिक्रमण हटा, लेकिन बेरोजगार भी हो गए 200 लोग


शाहजहांपुर:- अतिक्रमण से तो सभी परेशान थे, जिसे हटाया जाना भी जरूरी था, लेकिन इसके पीछे एक और पहलू भी है, जिसका सबके सामने आना भी जरूरी है। यह पहलू है करीब 200 लोगों के बेरोजगार हो जाने का। पिछले 40 सालों से लोग छोटा मोटा काम धंधा करके अपनी और परिवार की गाड़ी आगे बढ़ा रहे थे, लेकिन अतिक्रमण हटाने के दौरान उनका वह रोजगार छिन गया है, इस कारण उन लोगों के सामने बड़ी दिक्कत हो गई है।


चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान बरेली मोड़ के इर्दगिर्द के सभी छोटे बड़े दुकानदारों की दशको पुरानी अस्थाई दुकानों को नगर निगम के बुलडोजरों ने ध्वस्त कर दिया, जिससे यहां कार्यरत दुकानदारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। करीब दो सौ दुकानदारों ने जिलाधिकारी इन्द्र विक्रम सिंह से छोटा मोटा रोजगार चलाने के लिए  जगह उपलब्ध कराने की मांग की।  लोगों ने अपने परिवार की दुहाई देते हुए रोजी रोटी के वास्ते स्थान देने की प्रार्थना करते हुए स्थान दिलाये जाने की मांग करते हुए जिलाअधिकारी को ज्ञापन भी दिया, जिसमें मंजीत सिंह, उर्वेश सिंह, अजयपाल, जसपाल, जगदीप सिंह, नंदकिशोर, लालाराम, रामरतन, हरिशंकर, सत्यवीर, सत्यपाल, सुग्रीव, गेंदन लाल, आदि व्यापारियों के हस्ताक्षर हैं।


इधर सिटी मजिस्ट्रेट विनीता सिंह ने शहरी पथ विक्रेता योजना के अंतर्गत इन दुकानदारों को दो मीटर चौड़ाई और दो मीटर लंबाई में दुकान चलाने के लिए स्थान दिये जाने का आश्वासन दिया है, जिसके तहत डूडा के अधिकारियों ने दुकानदारों के नामों की सूची तैयार करते हुए खाली कराई गई भूमि पर चूने से निशान भी लगाए हैं, जिससे बेरोजगार हुए दुकानदारों को कुछ राहत मिलेगी।।



मण्डल ब्यूरो:- कपिल यादव