पटाखा फोड़ने के विवाद में पत्थर मार-मार कर व्यक्ति की बर्बरता पूर्वक हत्या


इटावा:- जसवंतनगर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम हरकूपुर मे पटाखे चलाने को लेकर हुये विवाद में पिता शिशुपाल सिंह उम्र 45 वर्ष तथा पुत्र भानू प्रताप सिंह उर्फ गोलू गंभीर रूप से घायल हो गये पिता को इलाज के लिए सेफई पीजीआई भर्ती कराया जहा से उसे लोटस अस्पताल आगरा ले जाया गया वहा पर पिता ने गुरूवार की सुबह दम तोड दिया तथा पुत्र के भी चोट आई है जिसका इलाज प्राइवेट अस्पताल में किया जा रहा है इस मामले मे पुलिस ने 10 लोगो को नामजद किया है।


विवरण के अनुसार रबीन्द्र सिंह पुत्र परमाई सिंह निवासी हरकूपुर ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई कि 28 अकटूवर को 4 बजकर 45 मिनट पर गांव के ही ऋषभ पुत्र प्रकाश, कन्हैया उर्फ अजय पुत्र गिरंद सिंह, अतुल पुत्र गजाधर, प्रार्थी के दरवाजे पर पटाखे चला रहे थे जिसपर प्रार्थी ने दूर पटाखे चलाने के लिए कहा तो इन लोगो ने गाली गलौज की और यह कहकर चले गये कि तुम  लोगो को देख लूंगा पटाखे को हम यही पर चलायेगे इस पर गांव के लोगो ने दोनो पक्षो को समझा बूझा दिया और मामला रफादफा कर दिया इसके बाद विपक्षीगण एक राय होकर लाठी डंडे पत्थर लेकर आये और उन्होने मारापीटी शुरू कर दी और गाली गलोज करने लगे इसपर प्रार्थी के भाइ्र शिशुपाल ने विरोध किया तो इन लोगो ने शिशुपाल अैर उसके पुत्र भानू प्रताप पर लाठी डंडे ईटे पत्थर से हमला कर दिया और घर के अंदर घुस आये इस घटना में पिता व पुत्र के गंभीर चोटे आई शिशुपाल तथा भानू प्रताप को गंभीर हालत में सेफई अस्पताल ले जाया गया जहा से शिशुपाल को आगरा रैफर कर दिया गया तथा उनके पुत्र भानू प्रताप को इलाज कर घर बापस भेज दिया जहा उनका प्राइवेट अस्पताल मे इलाज चल रहा है। बताते है कि आगरा के लोटस अस्पताल में इलाज के दौरान गुरूवार की सुबह शिशुपाल सिंह की मृत्यु हे गई उसकी मृत्यु की खवर मिलते ही गांव मे शोक की लहर दौड गई। इस घटना मे मृतक शिशुपाल के भाई रबीन्द्र सिंह की तहरीर पर10 लोगो को नामजद किया गया है। नामजद लोगो मे अजय उर्फ कन्हैया पुत्र गिरद सिंह, अतुल पुत्र गजाधर, अर्पित पुत्र श्याम सिंह, आदित्य पुत्र श्याम सिंह, विपिन पुत्र मानपाल सिंह, गजाधर पुत्र भूप सिंह, विनोद पुत्र भीमसेन, ऋषभ पुत्र प्रकाश, गरिंद पुत्र भूप सिंह, तथा अवनीश पुत्र गजाधर शामिल है।


बताते है कि मृतक शिशुपाल सिंह राजपूत एक किसान था जिसका पूरा परिवार शिक्षित है उसके दो पुत्र दिल्ली में कोचिंग कर रहे हे  दीवाली की छुटटी पर घर आये थे तथा एक पुत्री वह घर पर है तथा पूरा परिवार सीधा साधा है और जमीन से पैदा कर अपने परिवार का पालन पोषण करते है।


रिपोर्टर:- सुबोध पाठक