केन्द्र व प्रदेश दोनो सरकारों का उद्देश्य किसानों को सशक्त व समृद्धिशाली बनाना : लाखन सिंह


रायबरेली:- प्रदेश के कृषि, कृषि शिक्षा-अनुसंधान राज्यमंत्री लाखन सिंह राजपूत ने कृषि विभाग द्वारा डलमऊ में परम्परागत कार्तिक पूर्णिमा मेला के अवसर पर गंगाघाट रोड, डलमऊ भागीरथी गेस्ट हाउस के सामने 5 दिवसीय विराट किसान मेला का आयोजन 10 नवम्बर से 14 नवम्बर तक आयोजित होने वालें विराट किसान मेलें का शुभारम्भ फीता काटकर व दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कृषि राज्यमंत्री ने किसान के विकास व सफलता के लिए कृषि विभाग तथा प्रदेश कृषि नीति द्वारा बताए गए दिशा निदेर्शो व आधुनिक तरीके से कृषि कर कृषि उपज व उत्पादन बढ़ाकर कृषि व किसान विकास समृद्धि मे आगे आए। किसानो के लिए कठिनाई मुश्किलें, बाधाएं आती रहती है परन्तु वह बाधाओ से विचलित हताश न हो। कोई न कोई रास्ता निकालकर कृषि विकास कर अग्रिम स्थान प्राप्त करते है किसानो के विकास, उत्थान तथा उन्नयन के प्रति देश व प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन पूरी तरह से संवेदनशील है। सरकार की परिकल्पना है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी से अधिक कर समृद्धिशाली व सशक्त बनाना है। अर्थ व्यवस्था में कृषि का रोल है। सरकार द्वारा चलायी जा रही कल्याणकारी, लाभपरक योजनाओ का किसान बढ़-चढकर लाभ ले। किसान व्यवसाय से अधिक कृषि अपनी संस्कृति समझे तथा प्रगतिशील किसान बनने की ओर अग्रसर निरन्तर है। किसान विविधीकरण खेती को अपनाएं तथा अपनी उपज बढ़ाए। इसके अलावा कृषि वैज्ञानिको द्वारा नित खोज किए जा रही है आधुनिक खेती कृषि उपकरण यंत्र आदि को भी जाने तथा उसके अनुरूप खेती करे। ऐसी फसलो के अधिक बोए जिससे कृषि फसल रबी, खरीफ, जायज में उत्पादन मे वृद्धि हो।


कृषि राज्यमंत्री ने कहा कि जनपद सहित पूरे प्रदेश मे कृषि विकास की असीम व अधिक संभावना है। आधुनिक तकनीकी उन्नतिशील बीज, खाद आदि उपयोग कर उपज बढ़ाए तथा किसान कहने और कहलाने मे गर्व महसूस करे। उन्होंने कहा कि किसान कृषि विविधिकरण के माध्यम से खेती करें और उसकी आय कैसे दोगुनी हो इस पर चिंतनमंथन व कार्य करें। मत्स्त्य पालन, पशुपालन, फूलों की खेती, गौवंश संरक्षण आदि को भी अपनायें। उन्होंने कहा किसान अपना ने धान क्रय केन्द्रो पर देकर अपनी उपज व सरकार द्वारा निर्धारित न्यूतम समर्थन मूल्य के अनुरूप लाभान्वित हो। उप कृषि निदेशक एच0एन0 सिंह व जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि जनपद में उन्नतिशील बीज व खाद, कृषि रसायन की कोई कमी नही है। भगवान के बाद किसान को भी भगवान व अन्नदाता के रूप में जाना जाता है। केन्द्र, प्रदेश दोनो सरकारों के साथ ही कृषि विभाग व प्रशासन पूरा का प्रयास है कि किसान भाईयों की मालीहालत ठीक रहे। किसान जागरूक हो तथा अपनी फसल को उपजाकर अपनी आय बढ़ायें। किसी प्रकार की आपदा आती है तो उसका अनुदान बिना किसी भेदभाव के सभी को मिलेगा। फसल बीमा किसानो के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होनें कहा कि किसान जैविक खादां का प्रयोग करें। रसायनिक खादो की जहां जरूरत हो वही करे इसके अलावा पानी का पूरी तरह सदुपयोग करे। 


उपनिदेशक कृषि एच0एन0 सिंह व कृषि वैज्ञानिक डा0 आर0के0 कनौजिया, चेयरमेन नगर पंचायत बृजेश दत्त गौड़, जिला कृषि अधिकारी ने भी अपने सम्बोधन में किसानों के विकास व उनकी आय में वृद्धि के बारे में बताया तथा कहा किसान लक्ष्यों को प्राप्त करने में आगे आएं। किसानों ने महत्वपूर्ण सुझावों आदि से अवगत कराया। इस मौके पर सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार आदि सहित गणमान्य जन उपस्थित थे। विराट किसान मेले को कृषि सम्बन्धित लिटरेचर नकली उर्वरक की पहचान वृद्धि, फसल अवशेष चलाने से हानिया, मित्र कीट, प्रमुख फसलों की उन्नतशील खेती एवं एकीकृत नाशीजीव प्रबन्धन आदि के फोल्डर, सूचना विभाग की लोकप्रिय पुस्तिका विकास एवं सुशासन के 30 माह सबका विकास सबका साथ सबका विश्वास आदि भी निःशुल्क वितरित की गयी। विराट किसान मेला व प्रर्दशनी को कृषि राज्यमंत्री ने उद्यान, मत्स्य, वन, कृषि, पशु पालन, भूमि सुधार विभाग की स्टाल को देखा तथा संबंधित को उचित दिशा निर्देश भी दिए। कृषि विभाग का स्टाल बंजरभूमि को किस प्रकार उपचारित कर उपजाऊ भूमि तैयार व तालाब आदि आधुनिक मॉडल को सभी लोगों ने प्रशासन की।


रिपोर्टर:- अभिषेक बाजपेयी