कागजों में गाँव ओडीएफ लेकिन ग्रामीणों ने धरातल पर खोली पोल


इटावा:- जसवंतनगर क्षेत्र की ग्राम सभा धरवार की मजरा बिहारीपुरा में ज्यादातर शौचालय अधूरे पडे है किसी के गडडे नही बने है किसी के शौचालय पर पटिया नही पडी है कुछ लाभार्थी अधूरे शौचालय मे बाजरा तथा अन्य सामान भरे हुये हैं ग्रामीणो का आरोप है कि गांव मे लगभग 75 शौचालय की सूची है जिसमें से केबल 15 ही शौचालय पूर्णतय बने हे जबकि अपूर्ण  बने शौचालय के चलते ग्रामीण शौच के लिए खेतो में जाते है। इटावा जिले को ओडीएफ हुये 1 वर्ष से ज्यादा बीत गया है अगर आज भी लोगो को या तो शौचालय नही मिले है और अगर मिले हे तो अधूरे पडे है।


विवरण के अनुसार बिहारीपुरा में सर्वेश कुमार लोधी पुत्र सुरेश चन्द्र का सूची मे नाम है परन्तु उनका शौचालय नही बना है और शौचालय बनाने के लिए जो पैसा आया था उसे खाते से निकाल लिया गया उसी प्रकार गेंदा लाल पुत्र भीखम सिंह, शिवराज सिंह पुत्र बेंदपाल सिंह, बृजेश कुमार पुत्र बच्ची लाल, रामचन्द्र पुत्र नाथूराम, जगदीश पुत्र बच्चन सिंह, शेलेन्द्र पुत्र हरपाल आदि के शोचालय अधूरे पडे है गांव के 75 प्रतिशत लोग अभी भी खेतो में शोच के लिए जाते हे गांव के ही मकरंद सिंह का कहना था इंटर लोक सडक बनाने के लिए पैसा आया था जो सडक अभी नही बनी है और उसका पैसा प्रधान व सचिव ने खाते से निकाल कर हडप कर लिया है गांव में जो पेसे वाले लोग जिनके पास टैक्टर व जमीन है उनको शौचालय दे दिये गये जबकि गरीब लोगो कोशोचालय नही मिले है वे प्रधान से गुहार लगा रहे है मगर बोट की खातिर प्रधान उन्हे शौचालय नही दे रहे है। गांव की नालियो में गंदगी भरी पडी है जिसके चलते मच्छरो के प्रकोप से गांव मे महिला व पुरूष व बच्चे बीमार है गांव मे सफाईकर्मी लगभग 4 साल बीत गये है आता ही नही है  ब्लाक कार्यालय के एडीओ पंचायत विमल कुमार ने जांच के लिए ब्लाक के धर्मेन्द्र, मु0 इकरार, कुलदीप, इकवाल, तथा धर्मबीर को शौचालयो की जांच के लिए भेजा  था जब उनसे बात की गइ्र तो उनहोने बताया बाद में ज्यादातर शौचालय अपूर्ण पडे हुये है गांव के लोग शौच के लिए खेतो मे जाते हे।


रिपोर्टर- सुबोध पाठक