एसएसपी इटावा ने चम्बल घाटी को ट्रेनिंग के लिए बताया सबसे सही जगह


इटावा:- थाना बिठौली में महिला ट्रेनी आरक्षियों के साथ इटावा एस एस पी सन्तोष कुमार मिश्रा ने करीब 15 कि0 मी0 पैदल मार्च किया। एस एस पी ने दूसरी बार ट्रेनी आरक्षियों को जंगल मे 15 कि0 मी0 पैदल मार्च कराया। 280 महिला ट्रेनी आरक्षियों के साथ पैदल चले एस एस पी।


बताते चले कि चम्बल घाटी को एस एस पी ने ट्रेनिंग के लिए बताया सबसे सही जगह,उन्होंने कहा मैं दूसरी बार यहा ट्रेनी आरक्षियों को लाया हूं और मुझे लगता है इसके लिए सबसे अच्छी जगह है चबंल। चम्बल घाटी  कभी डाकुओं की शरणस्थली माना जाता था, यहा पर निर्भय गुर्जर, रज्जन गुर्जर, लालाराम, श्री राम, फक्कड़ तिवारी जैसे डाकू अपनी शरणस्थली बनाये रहे। उसी चम्बल घाटी को एस एस पी सन्तोष मिश्रा ने ट्रेनिंग के हिसाब से बेहतर जगह बतायी। उन्होंने कहा मैं चम्बलघाटी क्षेत्र में  ट्रेनिंग सेंटर बनाये जाने के लिए उच्चाधिकारियों को लिखुंगा।


श्री मिश्रा ने बताया कि इस क्षेत्र में डाकू रह रहे थे इसके बारे में भी विस्तार से बताया गया व जंगल मे उसी रास्ते से ट्रेनी आरक्षियों को ले जाकर जंगल भी दिखाया गया, ऊची नीची पहाड़ी पर चढ़ना उतरना झाड़ियों में निकलना आदि समझाया गया।


कालेश्वर मन्दिर पचनदा से चलकर कन्धावली, भजनपुरा, बिठौली, से चोरेला पहुँचकर रीतौर गांव पँहुचे एस एस पी।
उनके साथ ए एस पी( क्राइम) महेश अत्रि सी ओ चकरनगर एस एन वैभव पाण्डेय, सी ओ चन्द्रपाल सिंह सदर,सी ओ आलोक प्रसाद भर्थना, जितेंद्र कुमार शर्मा थाना प्रभारी सहसों, सतीश राठौर थानाध्यक्ष भरेह, प्रभारी थानाध्यक्ष चकरनगर गंगादास गौतम, दिनेश कुमार थानाध्यक्ष बिठौली आदि रहे।




रिपोर्टर:- सुबोध पाठक