देवोत्थान एकादशी के मौके पर तुलसी शालिगराम का विवाह शुक्रवार रात्रि बाकायदा संपन्न हुआ


इटावा/जसवंतनगर:- देवोत्थान एकादशी के मौके पर कस्बा जसवंतनगर में तुलसी शालिगराम का विवाह शुक्रवार रात्रि बाकायदा संपन्न हुआ। नगर के कटरा पुख्ता मोहल्ले से वीरेंद्र गुप्ता के निवास से शालिग्राम की बारात बैंड बाजों सहित धूमधाम से निकली जो कस्बे के प्रमुख मार्गों से होती हुई बस स्टैंड चौराहे के समीप शिव कुमार गुप्ता उर्फ शिव जी के निवास पर पहुंची। इस दौरान बराती सड़कों पर जमकर नाचे। इस बारात के पहुंचने पर शिव कुमार गुप्ता के निवास पर द्वार चार बारोटी, वरमाला आदि रस्मे पूरी की गई इसके बाद कन्यादान, विदाई आदि सारे कार्यक्रम संपन्न किए गए। इस दौरान ब्राह्मणों ने देवोत्थान मंत्र के जरिये भगवान विष्णु को जगाने का यतन किया और फिर मंत्रोच्चार के बीच तुलसी और शालिग्राम के विवाह को बाकायदा संपन्न कराया। 


इस विवाह में दोनों ही पक्षों की ओर से बड़ी संख्या में बाराती और जनाती शामिल रहे। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिंदू धर्म में तुलसी - शालिग्राम का विवाह मनोकामना पूर्ण करने वाला व फलदाई माना जाता है। इस कार्यक्रम को करने से पूर्व शिव कुमार गुप्ता की पत्नी श्रीमती वंदना गुप्ता पिछले 4 माह से व्रत रखे हुए थी तथा दिन में मात्र एक बार फलाहार कर रही थी वे प्रत्येक एकादशी को व्रत के साथ अनुष्ठान भी करती रही इसके अलावा पिछले कई वर्षों से वे कार्तिक पूर्णिमा स्नान का अनुष्ठान भी करती रही थी उन्हीं की प्रेरणा से शिव कुमार गुप्ता ने देवोत्थान एकादशी पर तुलसी शालिगराम विवाह कराने का निर्णय किया। कस्बे में देवोत्थान एकादशी के मौके पर काफी वर्षों बाद हुए इस तुलसी-सालिगराम विवाह को देखने के लिए भारी उत्साह रहा तथा यह विवाह काफी चर्चाओं में रहा।


रिपोर्टर:- अनुराग गुप्ता