अमन और सौहार्द का संदेश देकर पूरा हुआ शराफत मियां का उर्स


बरेली:- खानकाह शराफतिया पर चल रहा हजरत शाह शराफत अली मियां का उर्स अमन और सौहार्द का संदेश देते हुए पूरा हो गया। इसमें कुल की रस्म के दौरान देश विदेश के जायरीन की भारी भीड़ उमड़ी। इस मौके पर पीरो मुर्शिद शाह सकलैन मियां की सरपरस्ती में जलसे का मंच सजाया गया। इसमें अल्लामा महमूदुल हसन ने खिताब करते हुए उर्स शराफती से यह पैगाम दिया कि मुसलमान दुनियाबी तालीम के साथ साथ दीनी तालीम भी हासिल करें। आज मुसलमानों के जो हालात हैं वह दीनी तालीम से दूरी और शरीयत के अहकाम न करने की वजह से हैं। कन्नौज से आए मौलाना अजीज मुजद्दिदी ने कहा कि हमारे आका हुजूर नबी-ए-करीम ने अखलाक से इस्लाम का परचम बुलंद किया। अपने अखलाक की तलवार से दुनिया के जुल्मो सितम का खात्मा किया। आज फिर दुनिया में जुल्मो सितम के बादल छाए हुए हैं। अखलाकी कद्र और तहजीब खत्म हो रही है। इसलिए आज हर कौम के इंसानियत पसंद को पैगंबरे इस्लाम की तालीम और उनके अखलाक को अपनाने की जरूरत है। इस बीच हसीब रौनक सकलैनी ने कलाम पेश किया।


मना करने के बावजूद उर्स के दौरान भारी भीड़ उमड़ी। आलम यह था कि आसपास कुतुबखाना, कोहाड़ापीर, जाटवपुरा, आलमगीरीगंज आदि इलाके जायरीन से भरे हुए थे। इसी बीच पीरो मुर्शिद शाह मोहम्मद सकलैन मियां मंच पर आए और कुल की रस्म शुरू की गई। कुल के बाद पीरो मुर्शिद ने अमनो अमान, सलामती और तरक्की के लिए खुसूसी दुआएं कीं। आखिर में उन्होंने जायरीन को सुकून के साथ वापस जाने की हिदायत दी। यह ताकीद भी की - रास्ते में कोई शोर शराबा न होने दें। मंच पर अल्हाज मुमताज मियां, अल्हाज मुंतखब मियां, अल्हाज गाजी मियां, सादिकैन मियां, हाफिज गुलाम गौस, मोहम्मद हमजा सकलैनी, मौलाना अनवार, डा. इस्माइल कुरैशी, सलमान सकलैनी, गुलाम मुर्तुजा, इंतखाब सकलैनी आदि मौजूद रहे।।


बरेली ब्यूरो:- कपिल यादव