संस्था ओशन व काका कलाम क्लब की संयुक्त जागरूकता कार्यशाला सम्पन्न


संयोग से कार्यशाला के दौरान ही इसी कन्या विद्यालय में एक कोबरा सर्प भी निकल आया जिसे सर्प मित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने तुरंत ही सफल रेस्क्यू कर उसे सुरक्षित प्राकृतवास में भी छोड़ दिया


कार्यशाला में छात्र छात्राओं ने सर्प मित्र बनने की शपथ ली


इटावा:- सर्प, पहचान रेस्क्यू व संरक्षण व विज्ञान सबके लिये विषय पर एक दिवसीय विशेष कार्यशाला का आयोजन आज ग्रामीण क्षेत्र के छिमारा, हेंवरा स्थित श्याम लाल कन्या विद्यालय इंटर कालेज में किया गया जिसमें आज लगभग 250 छात्र छात्राओं ने सर्प मित्र बनने का प्रशिक्षण प्राप्त किया व विज्ञान से जुडी रोचक जानकारियां प्रायोगिक रूप से प्राप्त की सर्प मित्र एवं वन्यजीव विशेषज्ञ ओशन महासचिव डॉ आशीष त्रिपाठी ने आज जनपद इटावा के आस पास पाये जाने वाले विभिन्न प्रकार के विषहीन व विषधारी सर्पो की जानकारी छात्र छात्राओं को दी और बताया कि हमारे आस पास पाये जाने वाले सर्पो के प्राकृतिक वास अब लगातार नष्ट हो रहे है इसलिये इन सर्पो का हमारे घरों की ओर रुख करना एक आम बात ही है और कहीं न कहीं भोजन की कमी भी इनका हमारे इलाको में प्रवेश करने का एक बड़ा कारण भी है अतः अब हमे इन्हें पहचान कर आपसी समन्वय बनाने के साथ ही उन्हें बचाने के भी प्रयास भी करने होंगे क्यों कि प्रकृति में उपस्थित महत्वपूर्ण खाद्य श्रंखला में इन सभी प्रकार के सर्पो का एक विशेष महत्व है।


वाइल्डलाइफ एक्सपर्ट व सर्प मित्र डॉ आशीष त्रिपाठी ने कहा कि सर्प कभी भी हमारे ऊपर हमलावर नही होते जब तक कि उनको किसी भी प्रकार से परेशान न किया जाये, धरती पर मौजूद विभिन्न सर्पो में विषहीन व विषधारी प्रजातियां मौजूद है इनमे से हमारे आस पास बिग 4 (केवल चार प्रकार के सर्प) की प्रजातियाँ ही मौजूद है जो की हमारे लिये खतरनाक है हम सबको बस इन चार प्रकार के सर्पों से ही सावधान रहना होगा। जिनमें कोबरा, करैत, रसल वाइपर, और सॉ स्केल्ड वाइपर प्रमुख है। हमारे आस पास आजकल अजगर (पायथन) रेट स्नेक (घोड़ा पछाड़,धामन चूहे खाने वाला सर्प), दोमुंही (रेड सेंड बोआ कुचलैड) इनकी उपस्थिति भी प्रायः देखी जा रही है लेकिन ये तीनों विषहीन प्रजातियां मात्र ही है जिनमे जहर नही पाया जाता है।


डॉ आशीष ने सर्प हमारे मित्र है शत्रु नही और आज से हम किसी सर्प को नही मारेंगे की शपथ सभी छात्र छात्राओं को दिलाई और साथ ही उन्होंने सर्पो को बचाने की अपील भी की। 


काका कलाम क्लब के कॉर्डिनेटर, जिला विज्ञान क्लब के सक्रिय कार्यकर्ता एवं हिन्दू विद्यालय जसवंतनगर में भौतिक विज्ञान के प्रवक्ता व विपनेट कार्यक्रम से जुड़े श्री प्रदीप यादव ने विज्ञान से सम्बंधित कई प्रयोग करके सीखो कार्यक्रम के माध्यम से बच्चो को दिखलाये व बताया कि तोड़ फोड़ और जोड़ के द्वारा अंधविश्वास दूर कर कैसे विज्ञान के बारे में जागरूक होकर हम विज्ञान के प्रयोगों को आसानी से समझ सकते है । उन्होंने कहा कि विज्ञान को हमेशा प्रयोग करके ही सीखा जा सकता है।


विद्यालय संस्थापक श्री ओम प्रकाश यादव ने कहा कि आज की कार्यशाला के इस विशेष व्याख्यान को सुनकर सर्पो के प्रति हमारा दृष्टिकोण बदला है साथ ही हमारा अनावश्यक भय भी समाप्त हो गया है में इसके लिये डॉ आशीष को धन्यवाद देता हूँ कि उन्होंने व श्री प्रदीप ने हम सभी को जीवनोपयोगी व ज्ञानवर्धक जानकारी प्रदान की। छात्र छात्राओं ने कार्यक्रम के बाद अपना फीडबैक देते हुये कहा कि, हम सभी अभी तक तो सर्पो को अपना दुश्मन ही समझते थे लेकिन आज इस कार्यशाला के बाद हम जान गये है कि सभी सर्प जहरीले नही होते है व प्रकृति में ये सभी कितने महत्वपूर्ण है डॉ आशीष सर की इस सर्प मित्र कार्यशाला के माध्यम से सर्पो से जुड़े अन्य तथ्यों, अंधविश्वास व काल्पनिक कहानियों पर कार्यशाला में वैज्ञानिक प्रमाणिकता द्वारा हमारा दृष्टिकोण बदल दिया है। साथ ही साथ प्रदीप सर के द्वारा दिखाये गये कई प्रयोगों से हमे विज्ञान को समझने में भी मदद मिली है।


कार्यशाला के अंत मे विद्यालय के निदेशक इं अंकित यादव ने वन्यजीव विशेषज्ञ व सर्प मित्र डॉ आशीष त्रिपाठी का सर्प जागरूकता विषय पर आज की विशेष कार्यशाला को सम्पन्न कराने के लिये व काका कलाम क्लब के कॉर्डिनेटर श्री प्रदीप यादव का विद्यालय में पधारने व छात्र छात्राओं को जागरूक करने के लिए विशेष आभार प्रकट किया।


रिपोर्टर:- डॉ0 आशीष त्रिपाठी