पुलिसिया पिटाई से दलित युवक की मौत, पीड़ितों ने शव को हाइवे पे रखकर किया पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन


इटावा:- जसवंतनगर पुलिस की बर्बर पिटाई से एक दलित युवक की मौत हो गयी। परिवार वालों ने शव को पांच घंटे तक हाईवे पर रखकर जाम लगाया। युवक की हत्या में थाना प्रभारी समेत अन्य दोषी पुलिसजनों के खिलाफ हत्या का मा मामला दर्ज करने और उन्हें तुरंत जेल भेजने की मांग परिवारीजन कर रहे थे।


क्षेत्र के ग्राम खेडा बुजुर्ग निवासी  दलित युवक नितिन जाटव उर्फ नीतू(30 वर्ष) पुत्र पुत्र भोला नाथ पूर्व प्रधान को पुलिस ने एक मामूली घरेलू झगड़े की शिकायत पर धर दबोच था। और बाद में थाने लाकर उसकी जमकर पिटाई की थी। आरोप है कि पुलिस ने थर्ड डिग्री  का भी इस्तेमाल  किया,जिसे युवक झेल नही पाया, जब उसकी हालत बिगड़ गयी तो आनन-फ़ानन  मे पुलिस ने उसे छोड़ दिया।


घर पहुंचे युवक को आगरा एस एन मेडिक्ल कालेज इलाज के लिए परिवारी ले गए , जहां जीवन मौत से संघर्ष करते नितिन की मौत इलाज दौरान हो गयी।


जसवंतनगर पुलिस मृतक की भाभी मंजू देवी की शिकायत पर उसे थाने लायी थी, मृतक के पिता ने पुलिस के खिलाफ तहरीर दी है। जिसमं उसने उच्चस्तरीय जांच कराकर पुलिस कर्मियो के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की है।  


पीडित परिजनो के विरोध के चलते लगभग 5 घंटे तक शव को उठने नही दिया। इस दौरान पुलिस व परिजनों में शव के पोस्टमार्टम को लेकर झड़प भी हुई।


पुलिसिया रौब दिखाने व जबरन शव को लेने पर  परिवार की औरते भी पुलिस से भिड़ गयीं गई और शव को नही दिया।


बाद में  तहसीलदार रामानुज व सीओ उत्तम सिंह के  समझाने बुझाने व उचित कार्यवाही का भरोसा दिए जाने पर परिजनो ने शव का पोस्टमार्टम के लिए सौपा।


ये है मामला


थाना क्षेत्र के ग्राम खेडा बुजुर्ग निवासी भोलानाथ जाटव पूर्व प्रधान की पुत्रवधू मंजूदेवी ने दो दिन पूर्व थाने मे अपने सास ससुर तथा देवर नितिन के विरूद्व मारपीट  को लेकर तहरीर दी थी।


इसके बाद पुलिस गुरुवार देर शामको मृतक नितिन को थाने लेकर आयी। थाने में पुलिसिया मारपीट से नितिन की हालत बिगड़ने पर शुक्रवार  शाम नितिन को परिजनों को सौप दिया गया था।


मृतक के परिजन शव को लेकर शनिवार की सुबह 7 बजे जमुनाबाग के समीप शिवबाला जी धर्मकांटा के करीब पंहुंचे और हाइवे किनारे शव को रख , हाइवे पर जाम लगाने के प्रयास करने लगे। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुचे प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह ने मृतक के परिजनों को समझाने का प्रयास किया ।लेकिन पीड़ित उच्चाधिकारियों को मौके पर बुलाने पर डटे रहे और पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन करते रहे। इस दौरान पुलिस व परिजनों से झड़प भी हुई।


बाद में मामला संगीन समझ सीओ उत्तम सिंह तहसीदार रामानुज मौके पर पहुंचे।  परिजनो को समझाया लेकिन परिजनो ने शव को नही उठने दिया।


बाद मे मृतक के पिता भोलानाथ पूर्व प्रधान ने पुलिस कर्मियो तथा अन्य के विरूद्व तहरीर दी तथा शव का पोस्टमार्टम डाक्टरो की टीम गठित करके कराने तथा प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराने की लिखित तहरीर दी।


मृतक के बहनोई प्रताप सिंह एडवोकेट ने आरोप लगाया कि पुलिस द्वारा वर्वरतापूर्वक मारपीट  के चलते उसकी हालत बिगड गई। बाद में उसे पुलिसकर्मियो ने घर से बुलाकर उसे सौप दिया, जिसको इलाज के लिए सेफई पीजीआई ले गये जहा से उसे इलाज के लिए आगरा ले गये जहा डाक्टरो ने उसे मृत घोषित कर दिया।


पुलिस पर हत्या का आरोप।


जसवंतनगर:- मृतक के पिता भोलेनाथ पूर्व प्रधान व परिजनों का आरोप है कि मृतक की भावी मंजू देवी की शिकायत पर नितिन कुमार को थाने ले गई। जब उसको छुड़ाने गए तो परिजनों से पुलिस ने 4 हजार रुपए मांगे और कहा कि रुपए ले आओ छोड़ दिया जाएगा। रात को पैसे नही पहुंचे तो नितिन की जमकर पिटाई की गई। नितिन ने  पिटाई कर रहे पुलिसवालों को अपने को बेकसूर बताया ,लेकिन पुलिसवालों ने  एक नहीं सुनी और लगातार उसे मारते रहे। शुक्रवार देर शाम को थाने से खबर आई कि नितिन को घर ले जाओ। नितिन की हालत  बिगड़ चुकी थी। उसे सैफ़ई इलाज  ले गए लेकिन हालत चिंताजनक बताने पर  इलाज हेतु आगरा ले गए जहां नितिन की मौत हो गयी।


प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार शरीर पर कोई भी चोट के निशान नहीं पाए गए हैं मृतक की मौत अंदरूनी बीमारियों के कारण हुई है।


रिपोर्टर:- सुबोध पाठक