हाथ मे ज्वलंत पदार्थ लिए आत्महत्या करने मुख्यमंत्री के मंच तक जा पहुंचा युवक - आयुष छात्रों ने पंडाल में घुसकर दिखाए काले झंडे - क्या यह सीएम की सुरक्षा में चूक नही


रूड़की:-  रूड़की में हुए मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के दौरान आज सुरक्षा में बड़ी चूक नजर आयी। एक ओर आयुष छात्र-छात्रा काले झंडे लेकर कार्यक्रम के बीच मे पहुंच गए तो वहीं दूसरी ओर एक व्यक्ति ज्वलंत पदार्थ लेकर आत्मदाह के इरादे लेकर मीडिया गैलरी तक जा पहुंचा। हालांकि पुलिस के एक सिपाही की चौकसी के चलते वह समय रहते गिरफ्तार हो गया।


नेहरू स्टेडियम में मुख्यमंत्री ने सभा को सम्बोधित किया।इस दौरान कई अलग अलग संगठनों ने मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की चेतावनी दी थी। इसी कड़ी में खुफिया विभाग की मदद से पुलिस ने आजाद नगर चौक से दो लोगों को हिरासत में लिया जो कि काले झंडे दिखाने जा रहे थे। इसके साथ ही उत्तराखण्ड किसान मोर्चा ने भी सीएम के सामने प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी उन्हें भी मनाने में पुलिस के अधिकारी कामयाब रहे। लेकिन अन्य प्रदर्शनकारियों के मन को भांपने में पुलिस और खुफिया तंत्र फेल नजर आया। आयुष छात्र जिसकी शायद भनक भी पुलिस और खुफिया विभाग को नही थी दर्जनों की संख्या में यह छात्र, छात्रा सफेद कोट पहने और हाथों में काले झंडे लहराते पंडाल के बीच तक जा पहुंचे। जब उन्होंने नारेबांजी शुरू की तो पुलिस के कान खुले और कार्यक्रम स्थल से छात्र-छात्राओं को बाहर खदेड़ना शुरू किया। बाहर आकर धक्का मुक्की हुई और फिर नए पुल तक आते आते पुलिस ने छात्र-छात्राओं पर थप्पड़ों को बरसात तक कर डाली। वहीं दूसरी ओर कुलदीप भारद्वाज नाम का एक शख्स जो कि एक मंत्री का करीबी माना जाता है हाथ मे एक थैला और उसमें रखी एक कैन में ज्वलंत पदार्थ लिए डी के पास तक आ गया। उसने अपने आका को फोन किया और आत्मदाह की चेतावनी दी। इसके बाद आगे की प्रक्रिया अपना पाता तब तक गंगनहर कोतवाली के सिपाही कपिल ने उसे दबोच लिया। इसके बाद पुलिस कर्मी मुख्यमंत्री के मंच के सामने से उसे धकेलते हुए बाहर ले गए। अगर सिपाही सही समय पर सतर्क न होता तो आज शायद वह आत्मदाह के प्रयास में सफल भी हो जाता। अब इसे सीएम की सुरक्षा में चूक न कहे तो क्या कहें..... 


रिपोर्टर:- अंकित गुप्ता