फ़िल्म के निर्माण को लेकर मुस्लिम समाज ने किया प्रदर्शन – चरित्र को तोड मोड कर पेश करने का लगाया आरोप – जानिए क्या है मामला ?


रुड़की:– शिया वक्फ बोर्ड उत्तरप्रदेश के अध्यक्ष और फ़िल्म निर्माता वसीम रिजवी के द्वारा बनाई जा रही फिल्म आईशा मदर ऑफ उम्मत पर विवाद शुरू हो गया है आज रुड़की में मुस्लिम समाज से जुड़े लोगों ने फ़िल्म के निर्माण को लेकर काफी आक्रोश जताते हुए प्रदर्शन किया है इतना ही नही मुस्लिम समाज के लोगो ने एसडीएम रुड़की को राष्ट्रपति,राज्यपाल उत्तरप्रदेश और राज्यपाल उत्तराखंड के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा है जिसमे उन्हीने माँग की है कि जल्द से जल्द इस फ़िल्म के निर्माण और प्रदर्शन पर रोक लगाई जाए।


फ़िल्म आईशा मदर ऑफ उम्मत के निर्माण के विरोध में आज जुमे की नामाज के बाद मुस्लिम समाज के सैकड़ो लोग जमा मस्जिद के बाहर इकट्ठा हुए और फ़िल्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जमा मस्जिद से इकट्ठा होकर मुस्लिम समाज के लोग तहसील परिसर पहुंचे जहां उन्होंने एसडीएम को एक ज्ञापन सौंपा जिसमे उन्होंने मांग की है कि फ़िल्म के निर्माण और प्रदर्शन पर जल्द से जल्द रोक लगनी चाहिए मुस्लिम समाज के लोगो का कहना है कि फ़िल्म निर्माता वसीम रिजवी आईशा मदर ऑफ उम्मत के नाम पर गलत तथ्यों के आधार पर फ़िल्म बना रहा है फ़िल्म में हजरत आईशा रदिअल्लाहु तआला अन्हा के चरित्र को तोड़ मोड़ कर पेश किया जा रहा है इस फ़िल्म के निर्माण को लेकर मुस्लिम समाज मे काफी आक्रोश पनप रहा है हजरत आईशा पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब की बीबी है और तमाम उम्मतियो की माँ है।


मुस्लिम समाज के लोगो का कहना है कि अगर इस फ़िल्म के निर्माण पर जल्द ही रोक नही लगाई गई और फ़िल्म का प्रदर्शन किया गया तो मुस्लिम समाज इस फ़िल्म को बिल्कुल बर्दाश्त नही करेगा इस फ़िल्म के निर्माण से मुस्लिम समाज की भावनाओ को काफी ठेस लग रही है मुस्लिम समाज चाहता है कि फ़िल्म के निर्माण पर ही रोक लगाई जाए जिससे शांति व्यवस्था खराब ना है।


रिपोर्टर:- अंकित गुप्ता