देश भर में दशहरा 8 को:हमारा रावण है बलशाली इसलिए 9अक्टूबर को मरेगा।


इटावा:- जसवंतनगर में रामलीला महोत्सव की धमक लोगों के दिलो दिमाग में गूंजने लगी है,लोग बेताबी से 26 सितम्बर का इंतजार करने लगे हैं, उसी दिन से नगर राम के रंग में डूबने वाला है। हालांकि उस दिन गणेश शोभा यात्रा निकलेगी। मगर उसके बाद राममय नगर होगा और लोगों की दौड़ उस रामलीला मैदान की ओर होगी, जहां पिछले 158 वर्षों से उनके पूर्वज भी क्वार महीने में अपने कदम नापते रहे है। राम लीला की लीलाएं मुश्किल से 10 दिन ही होती है, मगर 355 दिन लोगों के इंतजार में कटते है। रामलीला आयोजन समिति तो दो महीने से जुट जाता है। इन दिनों तो रात दिन रामलीला के पात्रों की ड्रेसें, तीर, रावण का मूड़, मुखौटों की रँगाई पुताई, मैदान की साफ सफाई में रामलीला के आयोजनवीर राजीव गुप्ता बबलू उर्फ कालिया, ठाकुर अजेन्द्रसिंह गौर साहेब आदि जुटे हैं। उनका सबेरा रामलीला मैदान में होता है, यदि फुर्सत मिल गयी, तो दोपहर का टिफिन खुलता, वरना जोधा सिंह के मंगौड़े जिंदाबाद। बबलू जी से रोज मुलाकात होती, आज उन्होंने कार्यक्रमों का पर्चा मेरे हाथों में थमाते जब मेरी आँखों मे आखों डालते कहा--भाई साहब, हमारे जसवंतनगर का रावण भारी बलशाली है, देश भर में रावण इस साल 8 अक्टूबर को मरेगा, मगर हमारा रावण प्रकांड पण्डित और बलशाली होने के कारण 9 अक्टूबर को तब मरेगा, जब चंद्र-सूर्य  की नक्षत्रीय दिशाएं पंचक मुहूर्त में आएंगी।भगवान राम द्वारा रामायण में रावण को पंचक मुहूर्त में ही नाभि में वाण चलाकर भीषण संग्राम के दौरान बध किये जाने का उल्लेख है। देशभर मे इसबार बिना पंचक मुहूर्त के ही रावण बध कर दिया जायेगा। मगर हमारा रावण विधीविधान से 9अक्टूबर की रात्रि पंचकों में मरेगा।इसलिये सब को जरूर सूचना दें कि जसवंतनगर का बलशाली रावण 9 अक्टूबर को मरेगा, उसी दिन दशहरा मनेगा।


रिपोर्टर:- सुबोध पाठक