आर एस एस कार्यकर्ता की हत्या मामले में पुलिस का सनसनीखेज खुलासा, दो आरोपी गिरफ्तार


मुज़फ्फरनगर:- थाना तितावी क्षेत्र के गांव करवाड़ा में हुई आर एस एस कार्यकर्ता की हत्या का पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर आर एस एस कार्यकर्ता का शव जमीन में बने एक गड्ढे से बरामद कर लिया है इसके साथ ही पुलिस ने आला ए कत्ल और शव को जमीन में दबाने में इस्तेमाल फावड़ा भी बरामद कर लिया है एसएसपी अभिषेक यादव के अनुसार पंकज की हत्या गांव की ही युवती को छेड़छाड़ को लेकर हुई है  जिसमें  युवती के पिता व भाई को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


जनपद मुजफ्फरनगर में  थाना तितावी क्षेत्र के गांव करवाड़ा में शुक्रवार को संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हुए आर एस एस कार्यकर्ता पंकज कुमार पुत्र रामकुमार मामले का पटाक्षेप करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है गिरफ्तार किए गए आरोपी पिता व पुत्र है पुलिस के अनुसार मृतक युवक पंकज आरोपी पक्ष की युवती के साथ छेड़खानी करता था जिसका बदला लेने के लिए मोनू पुत्र कंवरपाल और कवर पाल पुत्र आनंद ने मौका पाकर पंकज की हत्या कर दी और उसका शव जंगलों में गांव मांडी गेट के पास  खेत में गड्ढा खोदकर दबा दिया  पंकज के लापता होने के बाद  गांव में सनसनी फैल गई थी  मामले की जानकारी पुलिस को भी दी गई थी जिसमें पुलिस और ग्रामीणों ने  शुक्रवार की देर रात तक पंकज को काफी तलाशा मगर उसका कोई सुराग नहीं लग सका था जिसके बाद शनिवार को  गांव के ही एक खेत में खून से सनी गन्ने की पत्तियां मिली तो ग्रामीणों का शक घर आ गया और पंकज की हत्या की आशंका का डर ग्रामीणों को सताने लगा जिसके बाद पुलिस ने मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल के आधार पर  गांव के ही 2 आरोपियों पिता व पुत्र को हिरासत में ले लिया और जब उनसे सख्ती से पूछताछ की गई तो आरोपियों ने मृतक के जमीन में दबे शव को पुलिस को बरामद करा दिया साथ ही हत्या में इस्तेमाल किए गए दरांती व फावड़ा और मृतक का मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया है।


गौरतलब है कि इस मामले में शुक्रवार की शाम को जब युवक के साथ हाथापाई हो रही थी तब पड़ोस की ही एक 5 साल की मासूम बच्ची ने पंकज के साथ हाथापाई होते देखा और घटना के बारे में अपनी मां को बताया मगर उस पर किसी ने विश्वास नहीं किया अगर उस मासूम बच्ची पायल की बात पर ग्रामीण और परिजन विश्वास कर लेते तो शायद पंकज की जान बच सकती थी।


रिपोर्टर:- डॉ0 फल कुमार पवार