हर्षोल्लास के साथ मनाया गया कुमाउँनी पर्व गमरा-शिव गौरा की मूर्ति के साथ निकाली शोभायात्रा………


 


रूड़की:-  उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में बड़े हर्षोल्लास से मनाये जाने वाले पर्व गमरा शिव पार्वती अर्चना का आयोजन कुमायूंनी संस्कृति विकास मंडल रुड़की द्वारा किया गया। इस दौरान महिलाओं ने शिव गौरा की मूर्ति के साथ शोभायात्रा निकालकर पूजा अर्चना जी।


यह पर्व प्राकृतिक समाजिक वैदिक आपसी भाईचारे के समावेश का प्रतीक है सर्वप्रथम भाद्रपद मास की पंचमी को पांच अनाज मक्का, गेहूं, गुरुष, गहत व कलु को तांबे के बर्तन में भिगोया जाता है। सप्तमी को गोरा माता पार्वती व अष्टमी को महेश्वर शिव की मूर्ति एक सामूहिक स्थल पर स्थापित की जाती है।यह प्रतिमा धान व सौ के पौधों व मिट्टी से बनाई जाती है। प्रतिमा के श्रृंगार में समाज की महिलाओं ने बढ़चढ़कर भागीदारी की। पारंपरिक वेशभूषा में सजी महिलाओं ने अपने गले में हाथ में पीला धागा डोरा बांध अखंड सुख सौभाग्य संतान लंबी आयु की मंगल कामना की। चार-पांच दिन के बाद मूर्तियों का विसर्जन किया जाता है। पंचमी से विसर्जन तक श्रद्धालु नाच गाने भजन कीर्तन में लोकगीतों से पूजा अर्चना करते हैं। इस वर्ष भी समाज के लोगों ने क्षेत्र की समृद्धि खुशहाली व विकास की कामना के साथ मूर्ति विसर्जन किया। कार्यक्रम में बीडी भट्ट ,नरेंद्र, बलवंत सिंह रावत, मंगल सिंह नगरकोटी, अनिल कुमार लोहानी ,कल्याण चंद ,कौशल नारायण ,शाह सूर, सिंह, बीसी पांडे, मदन सिंह ऐरी, मोहन ,समावत धाम सिंह, इंदर सिंह राजा ,नरेन्द्र धामी ,हयात सिंह, गोविंद सिंह ,राम सिंह ,नवीन उपाध्यक्ष ,महादेव पांडे ,गायत्री, गीता पुजारा ,शीला, दीपा ,आनंद उपस्थित रहे।


रिपोर्टर:- अंकित गुप्ता