साहिब श्री गुरु नानक देव जी के 550 वर्षीय प्रकाश उत्सव


 


प्रयागराज उपलक्ष में गुरुद्वारा नानक झिरा साहिब से प्रारंभ गुरु नानक प्रकाश यात्रा का आगमन


प्रयागराज:- इस उपलक्ष में गुरु नानक प्रकाश यात्रा गुरुद्वारा गुरु नानक झिरा साहिब ब्रदर कर्नाटक से प्रारंभ होकर कई राज्यों से होते हुए वाराणसी होते हुए 5 जुलाई 2019 को शाम 5:00 बजे प्रयागराज की पावन पवित्र धरती पर पहुंच रहा है।


प्रकाश यात्रा का श्री गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष सा गोविंद सिंह जी के तत्वाधान से समूह संगत 5 जुलाई को लगभग 5:00 बजे लोपिन बाग स्थित ब्रिज के पास स्वागत करेगी तथा उस यात्रा का विराजमान का लिखित श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दर्शन करके आशीर्वाद लेगी तत्पश्चात यात्रा बहराना, रामबाग ,चंद्र बोस जीरो रोड घंटाघर कोतवाली होते हुए श्री गुरु सिंह सभा खुल्दाबाद पहुंचेगी तथा रात्रि विश्राम गुरुद्वारा साहिब करेंगी


दिनांक 6 जुलाई को प्रातः 8:00 बजे यात्रा एक नगर कीर्तन के रूप में स्टेशन फ्लाईओवर डीएसए नवाब युसूफ रोड थाना सिविल लाइन होते हुए पत्थर गिरजाघर महात्मा गांधी मार्ग स्टैनली रोड होते हुए रायबरेली की ओर प्रस्थान करेगी।


साहिब श्री गुरु नानक देव जी का अवतार सन 1469 ईसवी को पिता नेता कल्याण दास एवं माता नेता जी की पवित्र गर्व से नानकना साई पाकिस्तान में हुआ आपको अवतार के समय दुनिया छुआछूत कार्ड नंबर सती प्रथा एवं ऊंच-नीच के भेद में भटके हुए थे मराठी धार्मिक देश है ऐसे समय पर श्री गुरु नानक देव जी ने भूख का लंगर तथा इंसान को एक प्रभु के साथ जोड़ने पर जो जोर दिया और समझाया।


एक पिता एकता के हम बार रिक तू मेरा गुरु हायी


उन्होंने तीन बातों को जोर देकर समझाया।


1. कीरत करो- अर्थात- मेहनत की कमाई करो


2. नाम जपो- अर्थात- प्रभु का सिमरन करो


3. वन्ड छको- अर्थात- बांट कर खाओ


अपने समय जबकि यात्रा कितने साधन नहीं थे इस समय उदासी के रूप में भ्रमण किया और हिंदू को सच्चा हिंदू व मुसलमानों को सच्चा मुसलमान का अर्थ समझाया और ग्रस्त जीवन को सर्वश्रेष्ठ जीवन बताया सती प्रथा विरोध किया तथा सती का बार बराबर का दर्जा देकर समानता की प्रेरणा दी।


रिपोर्टर:- संगीता शर्मा