36 गोशालाओं के निर्माण में करोड़ों खर्च, चालू मात्र तीन


 


इटावा/जसवन्तनगर:-विकाश खण्ड जसवन्तनगर क्षेत्र के गाँव नगलातौर में शासन की अनदेखी के चलते सैकड़ो गोवंश खेतों में व गाँव में छुट्टा खुले घूम रहे हैं विवरण के अनुसार गाँव नगलातौर में एक सैकड़ा से ज्यादा छुट्टा गाय व सांड खुले घूम रहे हैं किसानों के द्वारा बोई गई बाजरा, अरहर, उर्द, मूँग, तिली, शकरकन्द की फसलों को खेतों में सांडों द्वारा लड़ाई में अखाड़े करके,खा कर फसलों को वर्वाद कर रहे हैं शासन के आदेश से गोशाला का निर्माण भी कराया गया लेकिन इस गौशाला में एक भी गाय नहीं है शासन की अनदेखी के चलते गौशाला में एक भी गाय नहीं रखी गई है प्राइमरी स्कूल के सामने एक सैकड़ा से ज्यादा गाय व सांड इकट्ठे होकर बैठते हैं स्कूल में जाने वच्चे व राहगीरों के रास्ते को घेर लेते हैं क्षेत्र गाँव नगलातौर में आज भी सैकड़ों गोवंश छुट्टा घूम रहे हैं स्कूल के सामने व गलियों में।


विकासखंड जसवन्तनगर के ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों पर घूम रहे गोवंशो को गौशालाओं में रखने के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद भी उनका पालन नहीं हो पा रहा है जसवन्तनगर क्षेत्र में लगभग अब तक 36 गौशालाओं का निर्माण कराया जा चुका है कुछ गौशाला ऐसी हैं जो अभी भी निर्माण के अंतिम चरण में पड़ी हुई हैं जबकि कई गौशाला ऐसी हैं जो पूर्ण निर्माण होने के बाद भी चालू नहीं हो पाई है क्षेत्र में मात्र तीन गोशालाओ में अधिकारियों द्वारा गोवंश रखने के लिये आदेश दिए गए हैं जिनमें नगलारामसुन्दर, जैनपुर नागर, और जगसोरा है जबकि नगलातौर ग्राम पंचायत क्षेत्र की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है जिससे लगभग 9 गाँव मिलाकर वनाई गई है शासन की अनदेखी के चलते कीरत पुर गाँव में बनी गौशाला को अधर में लटका दिया गया है नगलातौर में अभी भी सैकड़ों गोवंश सड़कों व गलियों पर घूमते हैं और प्राइमरी स्कूल व पूर्व माध्यमिक स्कूल के सामने परिसर के सामने बने मैदान में आकर बैठते हैं क्षेत्रीय ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से पंचायत में बनी गौशाला में शीघ्र ही गोवंशो को रखने की मांग की है जिससे बोई गई फसलों के नुकसान से वचा जा सके।


रिपोर्टर:- सुबोध पाठक