सफारी में अब बढ़ने लगा है शेरों का कुनबा, जल्द ही खुलेगी इटावा की प्रसिद्ध लायन सफारी


 


इटावा:- 350 हेक्टेयर व साढ़े 8 किलोमीटर के विशाल इलाके में फैली इटावा जनपद की पहचान लायन सफारी को लगी बुरी नजर अब पूरी तरह से दूर हो गई है। क्यों कि, शेरो के बाड़े में शेरनी जेसिका ने कल रात 4 शावकों को जन्म देकर एक नया इतिहास रचा है जिससे सफारी परिसर में अब खुशी का माहौल है।


खुशी को किया सफारी परिवार संग साझा


खुशी को साझा करते हुये सफारी के निदेशक बी के सिंह व बायोलॉजिस्ट उत्तम सिंह ने एक दूसरे को मिठाई भी खिलाई एवं डायरेक्टर सफारी ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि हमारी इस लायन सफारी में अभी 8 शेर है जिनमे 4 नन्हे शावको को मिलाकर कुल 12 शेर हो गये है इनमे से 4 अभी नवजात है जिनकी आंखे भी नही खुली है , जो अभी अगले 7 महीनों तक शेरनी जेसिका के दूध पर ही निर्भर रहेंगे इसलिये जेसिका की डाइट पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। ये सभी नन्हें शावक पूर्णतयः स्वस्थ है व इनमें से अभी कितने नर व कितने मादा है इसका अनुमान लगाना बेहद मुश्किल है क्यों कि शेरनी के बच्चों के पास जाने की इजाजत किसी को नही है अब से लगभग 3 साल बाद नर शावकों के सर के पास भूरे रंग की अयाल दिखाई देना शुरू हो जाएगी।


पल पल की गतिविधि पर रखी जा रही नजर


उन्होंने बताया कि जेसिका व उसके 4 नन्हें शावकों पर सफारी के बाड़े में लगे सीसीटीवी से लगातार नजर रखी जा रही है । अगले महीने इसी शेरनी जेसिका की बेटी जेनिफ़र भी अपने अन्य 4 साथी शेरो के साथ सफारी आ रही है । तब इनकी संख्या 17 हो जायेगी जो कि सफारी को खोलने के सीजेडए की शर्तों को पूरा करती है 21 मई 2012 में जन्मी जेसिका की बेटी जेनिफर अब 7 साल की हो चुकी है।


26 जून का दिन ऐतिहासिक रहा


कल का 26 जून का दिन एक ऐतिहासिक दिन रहा है । तीसरी बार जेसिका ने सफारी में बच्चों को जन्म दिया है और अब उसने सभी को अपना लिया है व वह कल जन्मे सभी चारों बच्चों को अपना दूध भी पिला रही है । इससे पहले 6 अक्टूबर 2016 को जेसिका ने सिम्बा और सुल्तान को जन्म दिया था । 15 जनवरी 2018 को बाहुबली पैदा हुआ था । अब लगभग डेढ़ साल बाद सफारी में जेसिका ने 4 बच्चों को जन्म दिया है । बाड़े में 30 डिग्री के तापमान पर एसी भी लगा है साथ ही कोई भी आवागमन व आवाज भी वहां प्रतिबन्धित है एक ही कीपर उसकी केयर कर रहा है उसकी हर हरकत पर नजर रखी जा रही है


केनाइन डिस्टेम्पर का कोई भी खतरा सफारी के शेरों को अब नही है


शेरों की पूर्व जानलेवा बीमारी केनाइन डिस्टेम्पर के बारे में उन्होंने बताया कि पिछले ढाई सालों से इनमें इस बीमारी के कोई लक्षण नही आये है व सफारी परिसर में मौजूद सभी शेरो का कुनबा इस घातक बीमारी से अब पूर्णतयः सुरक्षित है।


विशेष रिपोर्ट:- डॉ आशीष त्रिपाठी