देशी शराब के ठेके पर पकड़ा गया अवैध शराब का जखीरा|


 


 


देशी शराब के ठेके से नौ पेटी बिना लेवल बार कोड अवैध शराब के कारोबार में लिप्त ठेकेदार सहित दो गिरफ्तार



शाहजहाँपुर:- उत्तर प्रदेश के जनपद बाराबंकी सीतापुर में शराब से हुई मौतों से प्रशासन में मचे हड़कंप के चलते आज शाहजहाँपुर में जिला प्रशासन की और से चलाये गये सघन चैकिंग अभियान के तहत बड़े ही सीक्रेट तरीके से शहर और ग्रामीण अंचलों में अवैध शराब के चल रहे काले कारोबार पर रोंक लगानें के लिए आबकारी विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने मिलकर सरकारी देशी शराब की दुकानों पर छापे मारे जहाँ पर एक देशी शराब की दुकान से 9 पेटी बिना लेवल बार कोड की सील बंद बोतलों की पेटियों को बरामद किया गया है|तो वहीं अवैध शराब बरामद होनें से पूरे जिले के शराब माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है|


शाहजहांपुर में पुलिस और आबकारी विभाग की मिली भगत के चलते उसकी नाक के नीचे लगातार अवैध शराब का अवैध कारोबार बड़े ही जोर शोर से फलफूल रहा है| क्योंकि कहीं ना कहीं जिला प्रशासन पुलिस विभाग और आबकारी विभाग को शराब माफिया मोटी रकम देकर इस अवैध शराब को अंजाम दे रहे हैं|और लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर खुलेआम खेल रहे है|आपको बता दें कि कल रात्रि शाहजहांपुर के थाना जैतीपुर अंतर्गत पड़ने वाले नवादा मोड़ पर स्थित लाइसेंस शुदा देशी शराब की दुकान पर आबकारी विभाग व पुलिस की संयुक्त टीम ने छापा मारा और 9 पेटी देशी शराब की बिना क्यू आर कोड (लेबल) की शराब बरामद की गई है| जबकि शासन का आदेश है|कि जिस जिले में अवैध शराब पकड़ी जाती है|उस जिले के डीएम और एसपी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी इसी क्रम में यही आदेश डीएम शाहजहाँपुर ने जारी किया है|कि जिस क्षेत्र में अवैध शराब पकड़ी जाती है|तो वहाँ के सीओ और इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की जाएगी तो वहीं अब देखना यह होगा की इस अवैध शराब के कारोबार में किस किस पर गाज गिरेगी या फिर इस अवैध शराब के काले कारोबार में लिप्त माफियाओ व जिला प्रशासन और पुलिस विभाग आबकारी विभाग की मिली भगत के चलते शराब का यह कारोबार यूँ ही चलता रहेगा|


उत्तर प्रदेश के जनपद शाहजहाँपुर का यह कोई पहला मामला नहीं है|यहाँ इससे पहले भी कई कई ट्रक और लाखों टन जहरीले थिनर अल्कोहल जैसे जहरीले मादक पदार्थ बरामद किए जा चुके है|जहाँ इस बड़े कारोबार में कुछ सफेद पोश नेता और अधिकारियों की मिली भगत से भी इनकार नहीं किया जा सकता है|जिसके चलते जिले में अवैध शराब के कारोबारियों माफियाओं का एक बड़ा अड्डा बनता जा रहा है|जहाँ सरकार की सख्ती और पुलिस चैकिंग के बावजूद अरुणाचल और हरियाणा ब्रांड की शराब यहाँ तक कैसे आ जाती है|यह बहुत ही बड़ी सोचनीय विषय है|जहाँ इस अवैध कारोबार के साथ साथ शराब तस्करी बढ़ रही है|