बीस हजार रुपये दो तो आवास मिलेगा


 


जिले की ODF व्यवस्था खोखली गांवों में नहीं बने शौचालय


अपात्रों को दिए आवास पात्रो को बिना पैसे के नही आवास


स्वछता को लेकर ग्राम प्रधान सजग नहीं गाव में फैली गंदगी


इटावा/जसवन्तनगर:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में गांव में विकास कार्य कराकर उनकी सूरत बदलने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं। वहीं कुछ ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत अधिकारी आपस मे सांठ गांठ करके सरकारी योजनाओं को पलीता लगा रहे हैं। वे अपनी-अपनी जेबें भरने में मशगूल हैं। इसके चलते ग्रामीण योजनाओं से वंचित होकर शिकायतों को लेकर दर दर भटक रहे हैं।


ब्लाक क्षेत्र के ग्राम नगला सलहदी के ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम प्रधान शक्ति सिंह गरीबों के साथ धोखेबाजी का रवैया अपना रहे है। अपात्रों को आवास व शौचालय दिए जा रहे है जबकि पात्रो को कोई सुविधा नही दी जा रही है। आरोप है कि
प्रधान जी पैसे लेकर या अपने खास लोगो को शौचालय व आवास दे रहे है। शौचालय के लिये हम गरीबो से रुपयों की मांग की जाती है और वो रकम छोटी मोटी नही होती बल्कि 20 हजार रुपयों की मांग की जाती है। जो हम गरीबो के बस की बात नही होती और हम लोग इतनी मोटी रकम दे नही पाते जिस कारण हम लोगो को आवास से बंचित कर दिया जाता है। और जो लोग 20 हजार रुपए की रकम दे देता है उसे आवास दे दिया जाता है। यही कारण है कि आज हम लोगो को अपने बच्चे पालने के लिए झुगी झोपड़ी में रहना पड़ रहा है।


गांव के ही राजकुमार ने बताया कि आवास के लिए जब हम ब्लाक जसवन्त नगर ब्लाक में बड़े साहब के पास गए तो उनने धमकी भरे अंदाज में कहा कि तुम ज्यादा होशियार हो तुम्हे तो किसी भी हालत में आवास नही मिल पायेगा जो खर्च करेगा उसे ही आवास मिल पायेगा। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में अन्य व्यवस्थाए जैसे कि साफ सफाई की व्यवस्था भी बिल्कुल ध्वस्त है। गांव में जगह जगह गंदगी भरी हुई है।उच्चाधिकारियों से शिकायत करने जाओ तो प्रधान शक्ति सिंह कहते है कि खूब शिकायत करो अगली बार मुझे चुनाव ही नही लड़ना है। ग्रामीणों ने तहसील पहुंचकर हंगामा काटते हुए शिकायती पत्र देकर उपजिलाधिकारी को भेजकर कार्यवाही की मांग की है। बाद में सभी सदस्यों ने धरना दिया।


रिपोर्टर:- सुबोध पाठक