इटावा करोडों की लागत से वने आदर्श तालाबों की दुर्दशा का जिम्मेदार कौन


 



इटावा/जसवंतनगरः- क्षेत्र मे बने आदर्श तालाब दुरूदशा के शिकार है बैठने के लिए कही बेंचे नही है, उवड खावड रास्ते है तालाब के किनारे झाडिया आदि बनी हुई है तालाबो में मछलिया पाली जा रही है लाखो रूपये की लगत से बने इन तालाबो की स्थित बत से बत्तर है तालाब मानक के अनुरूप नही है।


थ्ववरण के अनुसार ग्राम कैस्त के बने तालाब जो वर्ष 2007 में बनकर तैयार हुआ था जिसमें लगभग बाउन्द्र्री बाल बनाने के लिए 7 लाख रूपये से ज्यादा मिला था तथा उसकी खुदाई मनरेगा द्वारा कराई गई थी इसको आदर्श तालाबो का नाम दिया गया था यहां बेंचे आदि की सुविधा नही है या तो टूट गई है या बनी नही है पूरे गांव का पानी इसी तालाब में जाता है तालाब कच्चा बना हुआ है जिससे कच्ची दिवाले खिसक नही है यह तालाब एक ग्राम कैस्त के व्यक्ति को सरकार ने पटटे पर दे दिया है जिसमें बह मछली पालन कर रहा है तालाब बंद पड रहता है जिसमें आम आदमी उसका इस्तमाल भी नही कर सकते यहा जाने के लिए रास्ता ईटो का खरंजा है जो उभड खावड बना हुआ है तालाब के किनारे गोवर आदि गंदगी पडी हुई है और चारो तरफ बबूल की झाडियो से यह तालाब घिरा हुआ है। इसी प्रकार ग्राम सभा जैनपुर नागर के मजरा ढकपुरा में आदर्श तालाब बना हुआ है जहां पर बैठने के लिए बेंच नही है तालाब में गेट नही है कुछ दिनो पूर्व जिलाधिकारी ने यहां कर गायो को रखने की व्यवस्था की थी मगर भूसे की कमी के चलते यहां पर गायो को छोड दिया गया आने जाने के लिए सडके पक्की बनी हुई है एडीओ पंचायत बिमल कुमार ने बताया कि क्षेत्र में ग्राम दसोहन, धनुआ, बलैयापुर, रासनगर, नगला रामसुंदंर , भतौरा, मलहुपुर, तिजौरा, बीबामउ, आदि महलई में आदर्श तालाब बनाने के प्रस्ताव गये है यहां पर शीघ्र ही तालाब बनाने के काम शुरू हो जायेगे। उन्होने कहा कि क्षेत्र में बने सभी तालाबो को पानी से भरने के निर्देश दिये गये है।


ग्राम कैस्त के रहने वाले बिजय भान ने बताया ग्राम कैसत मे बनाया गया तालाब क्षेत्र का सवसे बडा तालाब है पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव तथा लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादवइ स तालाब को देखने आ चुके है मगर इस तालाब के बनने के बाद पैसा न मिलने से दुरूदशा का शिकार है अगर पैसा मिल जाये तो कच्चा बना तालाब पक्का हो जायेगा जिससे लोग यहां आ सकेगे।


रिपोर्टर :- सुबोध पाठक