कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, बुखार व खांसी भी हो सकता है कोरोना वायरस का लक्षण, पढ़े


बलिया:- चीन सहित अन्य पड़ोसी देशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैला हुआ है। इन देशों में काफी लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। ऐसे में प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सतर्क हो गया है, कोरोना वायरस के मुद्दे पर चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों का अभिमुखीकरण किये जाने तथा समुदाय में इस वायरस के रोकथाम एवं बचाव हेतु जन जागरुकता फैलाने का आदेश राज्य सरकार के द्वारा दिया गया है।


मुख्य चिकित्सा अधिकारी  डॉक्टर पी के मिश्र ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण फ्लू जैसे हैं। इसके संक्रमण होने से नाक बहना, बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, सिर में तेज दर्द, निमोनिया, ब्रॉन्काइटिस और गले में खराश जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं। उन्होंने सामान्य रोकथाम एवं बचाव के लिए आवश्यक सूचना जारी करते हुए कहा कि बचाव ही इस वायरस का इलाज है ।जिले मे भारत सरकार/ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा चिन्हित 8 मरीजों में से 2 मरीज बलिया के हैं।लेकिन उनमें कोई भी लक्षण कोरोना वायरस के संक्रमण के नहीं हैं। और बाकी के 6 मरीज लखनऊ, गोरखपुर, दिल्ली में है। और प्राप्त सूचनाओं के आधार पर वह बिल्कुल स्वस्थ है। उनमें कोई भी कोरोना वायरस के लक्षण नहीं है। उक्त जनपद के अधिकारियों को उनके बारे में सूचनाएं स्वास्थ विभाग बल्लिया की तरफ से दी जा चुकी है। सूचनाओं के आधार पर अतः सभी लोग विशेष सावधानी बरतें एवं उन्होंने अधिकारियों, डॉक्टरों एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों से लोगों में जागरुकता फैलाने तथा संदिग्ध व्यक्तियों का समय से जांच व उपचार शुरू करने के साथ ही इसकी सूचना मुख्यालय पर ससमय प्रेषित करने हेतु निर्देशित किया गया है। उन्होंने बताया कि इस वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। इसके बचाव से ही इसका रोकथाम हो सकता है।


जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ० जियाउल हुदा ने बताया कि पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहे,  विटामिन-सी युक्त फल खाएं। साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली खाद्य पदार्थों का प्रयोग करें। मांस-मछली व खुले में बिकने वाले खाद्य सामग्री न खाएं, बाहर के खाने से परहेज करें। ताजा खाना पकाकर खाएं कुछ भी खाने से पहले हाथ जरुर धुलें। बात करते समय, खांसते या छींकते समय मुंह पर मास्क लगाकर रखें या मुंह ढककर रखें सार्वजनिक स्थल पर जाने से बचें। संदिग्ध व्यक्ति से हाथ मिलाने से बचें। हाथ से आंख, नाक और मुंह को सीधे न छुएं। पशु वधशालाओं, पशु-पक्षी पालन गृह में जाने से परहेज करें। बाहर से घर या ऑफिस पहुंचने पर हाथ साबुन से जरूर धुलें।


उन्होंने बताया कि इसके संक्रमण से मुख्य रूप से श्वसन, पाचन एवं प्रजनन तंत्र संक्रमित होते हैं, इसके संक्रमण होने पर मनुष्य में बिल्कुल वैसे ही लक्षण मिलते हैं जैसे कि जुकाम के मरीजों में मिलते हैं, इन लक्षणों में नाक से पानी बहना, गले में खराश, खांसी, सिर दर्द, बुखार आदि प्रमुख हैं।