उत्तर प्रदेश(बहराइच):- नानपारा-मैलानी रेल प्रखंड पर रविवार से ट्रेनों का संचालन बंद कर दिया गया है। जिसके बाद से अब बहराइच रेलवे स्टेशन से सिर्फ नानपारा और नेपालगंज तक ही ट्रेनों का संचालन होगा। ट्रेनें बंद होने की सूचना पहले से होने के बावजूद परिवहन निगम की ओर से आवागमन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे में क्षेत्र के लोगों को डग्गामार और प्राइवेट वाहनों का ही सहारा लेना पड़ेगा। वहीं दूसरी ओर रविवार को मिहींपुरवा, ककरहा, बिछिया, तिकुनिया सहित मैलानी तक की रेल यात्रा करने के लिए रेल यात्री बहराइच स्टेशन पहुंचे तब उन्हें स्टेशन के सूचना पट बहराइच से मैलानी रेल प्रखंड पर रेल सेवा बन्द होने की सूचना मिली जिसके बाद हताश निराश यात्रियों को प्राइवेट वाहनों का सहारा अपने अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए करना पड़ा।
बताते चलें कि बहराइच के नानपारा-मैलानी रेल खंड पर कतर्नियाघाट वन्यजीव प्रभाग स्थित है। कतर्नियाघाट के जंगली जीवों की आए दिन ट्रेनों से कटकर हो रही मौतों के बाद वन विभाग ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। जिस पर हाईकोर्ट ने ट्रेनों का संचालन बंद किए जाने का आदेश जारी किया था। रेलवे की ओर से 16 फरवरी से नानपारा-मैलानी रेल खंड पर ट्रेनों को बंद किए जाने की घोषणा तो कर दी गई थी। मगर अभी तक कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई वहीं दूसरी ओर क्षेत्रीय लोगों की ओर से विरोध दर्ज कराए जाने के बाद भी ट्रेन बंद की जा रही है। परिवहन निगम की ओर से बसों के फेरे बढ़ाए जाने को भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। बसों को बढ़ाने के संबंध में एआरएम मोहम्मद इरफान से बात करने की कोशिश की गई, मगर नेटवर्क में न होने के कारण उनसे बात संभव नहीं हो सकी। परिवहन निगम की लापरवाही के चलते नानपारा से मिहींपुरवा और बिछिया के बीच आवागमन करने वाले लोगों को प्राइवेट बसों और डग्गामार वाहनों से सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इसकी बानगी आज बहराइच रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला जब रेल सेवा बन्द होने की सूचना पाने के बाद रेल यात्रियों को स्टेशन से निराश होकर लौटना पड़ा।
बहराइच ब्यूरो:- फ़राज अंसारी