बांदा: राष्ट्रीय सम्मान के साथ, दी गई शहीद को अंतिम विदाई


पैत्रक गांव लामा में हुआ शहीद का अंतिम संस्कार। 


शहीद की शहादत से फक्र है परिजनों को। 


देश की सुरक्षा पर कुर्बान हो गया लामा का लाल।


बांदा:- जनपद बांदा के रहने वाले एक सपूत ने देश का सर फक्र से ऊंचा किया है। और युद्ध के मैदान में लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुआ है। जहां शहीद हुए जवान का पार्थिव शव जवान के पैतृक गांव मे राष्ट्रीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई है। सी.आर.पी.एफ.बटालियन जवानों के द्वारा जन्मभूमि  पर लाया गया था शव.. इस शहादत के बाद जहां परिजनों का सर फक्र से उठा है..वहीं परिजनों का कहना है। कि यह हमारे लिए गौरव की बात है। कि कम से कम हमारे घर का एक सदस्य देश हित के काम तो आया..धन्य है वह परिवार..


शहीद के अंतिम संस्कार में राष्ट्रीय सम्मान के साथ..सीआरपीएफ बटालियन के द्वारा तथा पूरे जिले का मय आला प्रशासनिक तंत्र व हजारों की तादाद में पहुंचे लोगों ने दी भावभीनी शहीद जवान को दी विदाई। 


उत्तर प्रदेश के जनपद बांदा जिले के रहने वाले लामा गांव का एक वीर सपूत विकास कुमार..देश की सुरक्षा करते करते अपने प्राणों का बलिदान देकर के शहीद हो गया है।


जनपद बांदा के कोतवाली देहात अंतर्गत लामा का रहने वाला वीर सपूत..छत्तीसगढ़ के बीजापुर मे सी.आर.पी.एफ. के 204 कोबरा बटालियन में तैनात था। जहां नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान। नक्सलियों के छक्के छुड़ाते हुए। वीरगति को प्राप्त हुआ है। इस वीर सपूत ने देश के लिए अपनी शहादत कुर्बानी देते हुए अमर गाथा की कहानी रच गया है।


बांदा के लामा गांव का रहने वाला विकास कुमार छत्तीसगढ़ मे सीआरपीएफ के बटालियन 204 में तैनात था। जो छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों से मुठभेड़ में आज शहीद हो गया। शहीद जवान का पार्थिव शव सी.आर.पी.एफ. के डीआईजी व बटालियन के सैनिकों के द्वारा उसके पैत्रक गांव लामा में देर रात लाया गया था..जहां आज पैतृक गांव में राष्ट्रीय सम्मान के साथ शहीद विकास कुमार के शव को अंतिम विदाई दी गई है। गांव में मातम व शोक की लहर व्याप्त है। देश के सपूत के अंतिम विदाई मे जनपद बांदा का आला प्रशासनिक तंत्र जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक सहित पुलिस बल के साथ गांव में पहुंचे हैं।


शहीद जवान के छोटे भाई..आकाश ने बताया है। कि हमारे बड़े भाई हैं.. और यह देश सेवा के लिए शहीद हुए हैं..हमारे लिए फक्र और गौरव की बात है। भाई की शादी हमारे। 23 फरवरी 2019 को हुई थी। पिता का स्वर्गवास पहले ही हो चुका था। घर में दो भाइयों के साथ में मां थी..भाई की शादी अभी 1 वर्ष पूर्व हुई थी। 


छोटे भाई आकाश ने यह भी बताया कि हमारे गांव व जिले का नाम देश में हमारे भाई ने रोशन किया है.. हमें फक्र है।



बांदा ब्यूरो:- साकेत अवस्थी