प्लास्टिक पर्यावरण में घोल रही है जहर, इसका उपयोग करने से बचें - सत्येंद्र सिंह


बरेली/मीरगंज:- अनुबिस डिग्री कॉलेज मीरगंज बरेली में "राष्ट्रीय सेवा योजना" इकाइयों द्वारा प्लास्टिक प्रबंधन विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसका शुभारम्भ चेयरमैन देवेंद्र सिंह, सचिव सत्येंद्र सिंह, ट्रस्टी जितेन्द्र सिंह द्वारा किया गया, उन्होंने कहा कि प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का बहिष्कार करें।प्लास्टिक की बैग और बोतल जो कि इस्तेमाल के योग्य हो उन्हें फेंके नहीं, उनका तब तक इस्तेमाल करें जब तक कि वह खराब न हो जाए.प्लास्टिक से बनी हुई ऐसी वस्तुओं के इस्तेमाल से बचें जिन्हें एक बार इस्तेमाल में लिए जाने के बाद फेंकना पड़े। प्लास्टिक की जगह कपड़े, कागज और जुट से बने थैलों का इस्तेमाल करें जब भी आप कोई वस्तु खरीदने जाए तो फिर से कपड़े का थैला अपने साथ लेकर जाएं जिससे कि आपको प्लास्टिक की थैलियों में सामान नहीं लाना पड़े। कॉलेज को प्लास्टिक मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया तथा कॉलेज को प्लास्टिक मुक्त करने हेतु स्वयसेविओं द्वारा अभियान चलाया गया, जिसमे उन्होंने कॉलेज से बड़ी मात्रा में प्लास्टिक अपशिष्ट को इकट्ठा किया, सभी को प्लास्टिक से होने वाली बीमारियों से अवगत कराया गया और बताया गया की हम प्लास्टिक से कैसे बचाव कर सकते है, प्राचार्य डा०नागेश्वर प्रसाद शुक्ल ने कहा कि हमारे भारत देश में 2016 की एक रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिदिन 15000 टन प्लास्टिक अपशिष्ट निकलता है. जो कि दिन प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है प्लास्टिक के बढ़ते उपयोग का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे विश्व में इतना प्लास्टिक हो गया है कि इस प्लास्टिक से पृथ्वी को 5 बार लपेटा जा सकता है।कार्यक्रम अधिकारी ताराचंद और हरजीत कौर ने कहा कि प्लास्टिक ऐसे पदार्थों को मिलाकर बनाया जाता है। जो कि हजारों सालों तक नष्ट नहीं होता है, और यही पर प्लास्टिक आजकल जल प्रदूषण का भी कारण बन रहा है क्योंकि मानव द्वारा हर वस्तु का निर्माण प्लास्टिक द्वारा ही किया जा रहा है जैसे कि पानी पीने की बोतल, खाना खाने के लिए चम्मच, टूथ ब्रश, सामान लाने के लिए, अन्य वस्तुओं की पैकिंग के लिए भी प्लास्टिक का उपयोग किया जाता है. जैसा कि आपको पता है कि प्लास्टिक की विघटन प्रक्रिया में 500 से हजारों साल लग जाते हैं  इसलिए जब प्लास्टिक हो भूमि के अंदर गाड़ दिया जाता है तो यह विघटित नहीं हो पाता है और जहरीली गैसे और प्रदार्थ छोड़ता रहता है।


इस अवसर पर चीफ प्रॉक्टर शशांक पुरी ,डा० निर्दोष तिवारी, डा० दयावीर गंगवार, डा० अनीता रानी, डा० वेदप्रकाश, डा० शोभा सक्सेना, आशुतोष अग्रवाल, श्रीमती प्राची मिश्रा प्रशासनिक अधिकारी गयाराम सहित समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा।


रिपोर्टर:- स्नेह कुमार कुशवाहा