सैफई विश्वविद्यालय के चिकित्सा संकाय के डीन प्रोफेसर डॉक्टर पी के जैन हटाये गये


इटावा:- रैगिंग का जिन्न रेंग रेंग कर जो करवाये वोह कम है,रैगिंग की घटना की जाँच में अभी तक अपनो पर करम और गेरो पर सितम के तहत कार्यवाही के बाद आज विश्वविद्यालय के राजा के अपने कहे जाने वाले वजीर पर भी आखिर गाज गिर ही गयी, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर और चिकित्सा संकाय के डीन प्रोफेसर डॉक्टर पी के जैन को डीन पद से तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर आलोक कुमार को नया डीन बनाया गया है।आपको बता दे कि प्रोफेसर डॉक्टर पी के जैन को बिग्रेडियर का खास माना जाता था और इनकी बफादारी के रूप में डॉक्टर टी प्रभाकर ने इनको विश्वविद्यालय के प्रभारी कुलसचिव के पद से नवाजा था, 2016 की स्टॉफ नर्स भर्ती परीक्षा में हुये घोटाले की जाँच जब पी के जैन ने 25 मार्च 2017 को की थी तब टी प्रभाकर को पूरी तरह से क्लीन चिट देकर बचा लिया गया और डॉक्टर संदीप गुप्ता को दोषी बना कर ठीकरा फोड़ दिया गया जिसकी आजतक फाइल कोने में रखी रखी जंग खा रही है,डॉक्टर राजकुमार के नये कुलपति बन जाने के बाद भी डॉक्टर पी के जैन ज्यो के त्यो अपने पद पर बने रहे और राजकुमार राज्य के वजीर बन कर उनके जी हुजूर बन गये जैसा लगा कि ना तू कहेगा मेरी न में कहूँगा तेरी।


रैगिंग में प्रभावी कदम ना उठाये जाने पर हटाया


विश्वविद्यालय के कुलसचिव सुरेश चंद्र शर्मा द्वारा जारी नोटिस संख्या 855 दिनाँक 20 सितम्बर 2019 में लिखा कि मेडिकल कालेजो/संस्थानों में रैगिंग की रोकथाम और निषेध नियमावली 2009 के प्रविधानो को विश्वविद्यालय में प्रभावी रूप से लागू न कराये जाने के कारण रैगिंग की घटना घटित होने के कारण कार्य और दायित्वो से अवमुक्त किया जाता है।सबसे खास बात यह है कि रैगिंग की घटना वाले दिन बिना बताये विश्वविद्यालय से गायब रहे कुलपति के खासमखास चीफ वार्डन व डीएसडब्लू इंचार्ज डॉक्टर नरेश पाल सिंह को कुलपति राजकुमार क्यों बचाने में लगे हुये है अब तक उनको उनकी लापरवाही का दंड क्यों नही ??


रैगिंग की आँच अब तक चार पर


 रैगिंग की घटना के बाद से अब तक 4 डॉक्टरो पर कार्यवाही की गई है,प्रोफेसर कल्वे जब्बाद को डीएसडब्लू इंचार्ज के पद से हटाया गया था,दो डॉक्टरो गणेश वर्मा,गयासुद्दीन को निलंबित किया गया और आज मेडिकल डीन पी के जैन को हटा दिया गया लेकिन चीफ वार्डन और एंटी रैगिंग सेल इंचार्ज पर अब तक कोई कार्यवाही नही हुई है।


निलंबित डॉक्टरो का पक्ष रखना पड़ा पी के जैन को महँगा


30 अगस्त को मेडिकल डीन पी के जैन ने वाट्सएप ग्रुप पर सभी फेकल्टी से सुबह 9 बजे निलंबित वार्डन डॉक्टर गणेश वर्मा और डॉक्टर गयासुद्दीन के निलंबन के विरोध में कुलपति से वार्ता हेतु प्रशासनिक भवन पर इखट्टा होने की अपील की थी मीटिंग में कुलपति राजकुमार ने एजेंडा पढ़ने से डॉक्टर पी के जैन को मना कर अपना गुस्सा जाहिर कर दिया था तब से ही राजा के नजरे अपने वजीर पर टेढ़ी हो गयी।


रिपोर्टर:- अरशद जमाल