तालाब में छिपा कर रखा था खयानत का रुपए, रिपोर्ट दर्ज होने से पहले पुलिस ने आरोपी को दबोचा
रायगढ़:- खरसिया के गुड़ाखु फैक्ट्री के लिए वसुली करने गए युवक की पौने दो लाख रुपए नगदी रकम देख कर नियत ऐसी डोली की उसने अपराध की ओर कदम बढ़ा दिए। अमानत में खयानत के बाद रकम को तालाब में छिपा कर रखने वाले आरोपी युवक को पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए रिपोर्ट दर्ज होने से पहले ही दबोच लिया। वहीं मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक खरसिया के बावनपाली में अविनाश गुड़ाखु फैक्ट्री में रूपेश शर्मा पिता कैलाश चंद शर्मा एकाउंटेंड का काम करता है। यहीं गुड़ाखु फैक्ट्री में जशपुर के दुलदुला में रहने वाला अमित बारा भगवानपुर में रह कर काम करता था। जहां अमित बारा को एकाउंटेंड रूपेश शर्मा ने 12 दिसबंर को सक्ती के राधे टे्रडर्स से 184500 रुपए लेने के लिए बैग और अपनी बाईक देकर भेजा। अमित बारा लगभग ढाई बजे एकाउंटेंड रूपेश शर्मा को मोबाइल पर बताया कि पैंमेंट मिल गया है। इसके बाद अमित रात तक वापस नहीं पहुंचा। जब उसके मोबाइल पर कॉल किया गया, तो उसने अपने साथी मुकेश दास महंत के नंबर पर कॉल फारवर्ड कर दिया था। रुपए के अफरा तफरी की शंका पर रुपेश ने 13 दिसबंर की देर रात पुलिस चौकी खरसिया में जाकर घटना की सूचना दिया। जहां मामले की जानकारी पुलिस को लगने के बाद पुलिस अधीक्षक, एडीशनल एसपी व एसडीओपी खरसिया के पीताबंर पटेल ने तत्काल मामले की पतासाजी कर आरोपी को गिरफ्तार करते हुए पौने दो लाख रुपए को बरामदगी के निर्देश दिए। ऐसे में पुलिस के द्वारा सर्वप्रथम संदेही अमित बारा पर नजर रखा गया और अमित बारा से जब पूछताछ की गई, तो उसने अपना अपराध कबुल करते हुए बताया कि मोटी रकम की लालच में उसने पौने दो लाख रुपए हड़पने का प्लान बनाया और सुबह लूट की कहानी बता दूंगा, पर पुलिस ने कथित लूट की कहानी से पहले ही आरोपी को धरदबोचा। पूछताछ में अमित बारा में गुड़ाखु फैक्ट्री के रुपए को भगवानपुर समीप कृष्णा नगर तालाब के पास प्लास्टिक में लपेट कर झड़ियो में छिपाना बताया। इसके बाद पुलिस निशानदेही पर मौके पर पहुंची और वहां से 169500 रुपए को बरामद किया और अमित ने बताया कि पंद्रह हजार रुपए को उसने अपने निजी कार्य के लिए खर्च कर दिया है। फिलहाल मामले में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 406 के तहत अपराध दर्ज कर मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी।
आठ घंटे में मामले का खुलासा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले का लगभग आठ घंटे में खुलासा हो गया। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस पूरी तरह से एक्टिव मोड में आ गई और आरोपी की पतासाजी के लिए जूट गई। इसके बाद प्रथम संदेही के रूप में अमित बारा को मानते हुए उससे जब पूछताछ शुरू की गई, तो मामले का खुलासा हो गया। बताया जा रहा है कि अगर मामले में जरा भी लेटलतिफी होती, तो आरोपी के द्वारा अमानत में खयानत के मामले को लूट की कहानी में मोड़ दिया जाता।
रायगढ़ ब्यूरो:- भूपेंद्र सिंह ठाकुर