खादी ग्रामोद्योग की लाभपरक योजनाओं को जानकर उसका उठाये लाभ : शेष नारायण


रायबरेली:- उत्तर प्रदेश खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के सदस्य शेष नारायण मिश्र ने डलमऊ विकास खण्ड स्थित ग्राम खलीलपुर में खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा अनुसूचित जाति विपणन विकास सहायता के अन्तर्गत एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि उ0प्र0 सरकार के खादी ग्रामोद्योग विभाग द्वारा ग्रामोद्योग अपनाओं स्वरोजगार पाओं के तहत ग्रमीण क्षेत्रों में परम्परागत कौशल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ग्रामीण अंचलों में शिक्षित बेरोजगार युवकों को प्रशिक्षित उन्हें अपनी ही ग्राम में मनपसंद उद्योग स्वयं रोजगार स्थापित कराकर उनका विकास व समृद्धि की ओर लाकर उनके ग्राम से पलायन को भी रोकना है। ग्राम के लोग ग्राम में ही रहे खुश रहे और कुछ पूजी लगाकर या खादी तथा ग्रामोद्योग के माध्यम से योजनाओं के लिए ऋण आदि पाकर ग्रामोद्योग लगाकर स्वरोजगार को बढावा देना है इसके माध्यम से अपने साथ ही अन्य लोगों को भी रोजगार देकर लाभान्वित करना है। उन्होंने कहा कि खादी एवं ग्रामोद्योग की कई महत्वपूर्ण योजना है जिसमें मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, प0 दीनदयाल उपाध्याय खादी विपणन विकास सहायता व ग्रामोद्योग रोजगार योजना, माटीकला रोजगार योजना आदि योजनाएं महत्वपूर्ण योजनाए है जिन्हें ग्रामीणजन जानकर उन सभी योजनाओं का लाभ लें।


बोर्ड के सदस्य शेष नारायण मिश्र ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में माटीकला से जुड़े कामगारों को माटीकला ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अन्तर्गत बढ़ावा देना इसके लिए जो माटीकला से जुड़े अपना-अपना कार्य कर रहे है उन्हें चिन्हित कर उसकी जानकारी अधिकारीगण दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में माटीकला से जुड़ा ग्रामोद्योग रोजगार योजना का भविष्य उज्ज्वल है। जिसको बढ़ावा देना है। प्रदेश सरकार शीघ्र ही माटीकला से जुड़ें कामगारों को प्रशिक्षण देकर उन्हें टूलकिट्स पावर चालित चाक, पाटरी ह्वील भी उपलब्ध करा रही है। माटीकला के लाभार्थियों को चयन जिला स्तरीय चयन समितियों के माध्यम से किया जाता है। गोबर और राखी से लकड़ी बनाना, मिट्टी की बोतल, थर्मस, गिलास आदि आधुनिक वस्तुओं का निर्माण किया जा रहा है। मिट्टी स्वास्थ्य के लिए लाभ दायक है इसमें 26 पोषत तत्व पाये जाते है। मिट्टी पानी को फिल्टर करने के साथ ठण्डा कर आरओ का भी कार्य करती है। सरकार द्वारा जो लोग अपने परम्परागत कार्य को छोड़ चुके बेरोजगारी की दशा में जीवनयापन कर रहे थे उन्हें फिर से उनका परम्परागत कार्य को आधुनिक रूप देकर समृद्धि की ओर भी ले जाना है। इससे पूर्व एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का शुभारम्भ सदस्य खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर के किया।


एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम में जिला ग्रामोद्योग अधिकारी अवधेश कुमार गौतम, खण्ड विकास अधिकारी आर0के0 वर्मा, ग्राम प्रधान प्रभा चौधरी, जिला उद्योग केन्द्र रणविजय सिंह, सहायक प्रबन्धक समाज कल्याण शेलेन्द्र सिंह, सहायक निदेशक सूचना प्रमोद कुमार सहित कई ग्रामीणों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। एक जनपद एक उत्पाद, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना आदि योजनाओं सहित सेवा आधारित उद्योग व ऋण सहायता सुविधा, ग्रामोद्योग कैसे लगाये, अपने ही गांव में रोजगार, रोजगार की नई पहल आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।






रायबरेली ब्यूरो:- अभिषेक बाजपेई