मानव वन्यजीव संघर्ष विराम को लेकर गोष्ठी आयोजित, स्कूली बच्चों को भी गई दी गई जंगली जानवरों से बचाव की जानकारी


 


ऋषिकेश:- मानव वन्य जीव संघर्ष रोकथाम के उपाय“ विषय को लेकर पार्क प्रशासन ने ग्रामीणों के साथ गोष्ठी आयोजित की। गोष्ठी में मानवों के जंगलों पर बढ़ते हस्तक्षेप को कम करने पर जोर दिया गया, साथ ही वन्यजीवों से ग्रामीणों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाने पर चर्चा की गयी। 


प्रतीतनगर के वैदिक नगर में पार्क महकमे ने ग्रामीणों के साथ गोष्ठी का आयोजन किया। जिसमें मानव वन्य जीव संघर्ष रोकथाम के उपाय“ विषय को लेकर चर्चा की गयी। वार्डन अजय शर्मा ने कहा कि मनुष्य अपने निजी स्वार्थों के चलते वनों का अनुचित तरीके से विदोहन कर रहा है, जिसके चलते आज जंगली जानवर आबादी की ओर आ रहे हैं और दोनों के बीच संघर्ष बढ़ रहा है। रेंज अधिकारी शैलेन्द्र सिंह नेगी ने जंगल से सटे प्रत्येक घर के आसपास साफ सफाई, झाड़ियों का कटान, वन क्षेत्र में शौच पर प्रतिबंध, गांव से सटे क्षेत्रों में झाड़ियों का कटान और लाइटों की व्यवस्था जैसे उपाय किए जाने पर जोर दिया। पार्क अधिकारियों ने बैठक में उपस्थित ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि वह घास पत्ति के लिए जंगल में प्रवेश न करें, वन्यजीव के ग्रामीण क्षेत्र के आस पास दिखायी देने पर इसकी सूचना तुरंत वनकर्मीयों को दें, जंगल किनारे रहने वाले ग्रामीण अपने बच्चों को अकेला न छोड़ें और पालतू मवेशी के मरने के बाद उसे जंगल में न फैंकें। ईको विकास समिति के अध्यक्ष राजेश जुगलान ने कहा कि क्षेत्र की जनता पार्क प्रशासन का हर तरह से सहयोग करने को तैयार है लेकिन पार्क प्रशासन को भी ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि जंगली जानवरों से उनकी सुरक्षा की जा सके। वहीं गोष्ठी में स्कूली बच्चों को भी मानव वन्यजीव संघर्ष विराम और जंगली जानवरों से बचाव की जानकारी दी। इस दौरान वन दरोगा रविंद्र दत्त बहुगुणा, निर्वतमान उप प्रधान दीवान सिंह चैहान, सत्यपाल सैनी, विनोद सैनी, पंकज सैनी, गीता देवी, कृपाल बिष्ट, वनकर्मी मनोज चैहान, नरेंद्र गुसाई आदि उपस्थित रहे। 


रिपोर्टर:- महेश पंवार