पीलीभीत:- जामा मस्जिद मे एक रोजा उर्स ए ताजुश्शरिया मनाया गया, कुल का आगाज हाफिज अमिल रजा ने कुरानेपाक की तिलाबत से किया। नाते मनकंबत पढ़ी गई। जिसमे अध्यक्षता करते हुए मौलाना अब्दुल मुस्तफा ने हुजूर ताजुश्शरिया की जिन्दगी पर रौशनी डाली। उन्होने कहा आज पुरी दुनिया मे हजरत ताजुश्शरिया का उर्स मनाया जा रहा है।
उन्होने कहा है कि अल्लामा मुफ्ती अख्तर रज़ा खान कादरी साहब कितने बड़े ओहदे के पीर रह चुके हैं। यह तो पुरी दुनिया जानती है उनकी नमाजे जनाजे मे कई करोड़ लोग बरेली शरीफ पंहुचे थे। करामाते हुज़ूर ताजुश्शरिया की करामाते बहुत है
आंखों के ऑपरेशन के वक्त का करामात।
यह बात उन दिनों की है जब हुजूर अख्तर रज़ा साहब अपनी आंखों का ऑपरेशन साउथ अफ्रीका के किसी हॉस्पिटल में करा रहे थे। ऑपरेशन के दौरान जब डॉक्टर ने उन्हें बेहोश होने की दवाई देना चाहा तो जनाब अख्तर रज़ा साहब ने उन्हें मना कर दिया। क्योंकि उस दवाई में Alcohol की मात्रा थी जिसके कारण हुज़ूर ताजूसशरिया ने डॉक्टर को बेहोशी की दवा देने से मना कर दिया और बिना बेहोशी के हालत में ही अपनी आंखों का ऑपरेशन कराया। जिसे देख कर डॉक्टर भी हैरान थे।
उन्होने कहा हमे सब को मसलके आला हजरत के रास्ते पर चलना चाहिये जो रास्ता हमारे नबी पाक से मिलता है। इसके बाद कुल शरीफ की रस्म अदा की गई.कुरानख्बानी हुई लंगर बांटे गये इसके साथ मुल्क मे अमनो अमन के लिये दुआ की गई।
मौलाना अब्दुल मुस्तफा.हाफिज अामिल रजा.हाफिज अफराज बेग.मीनू बरकाती.दिलशाद खां.सलमान खां.हाजी रियाजतनूर खां.अमानत खां.उबैस खां.फरमान खां.सुहैल खां.शाहरूक बेग.तनबीर हसन.आदि लोग मौजुद रहे।
रिपोर्टर:- हिमांशू प्रताप सिंह