सहारनपुर:- तीन तलाक बिल को आज दोबारा लोक सभा मे सरकार पास कराने जा रही है जिसका विरोध देवबंद से उलेमा लगातार करते आ रहे है उलेमा का कहना है की अगर तीन तलाक बिल लोकसभा मे पास कराना ही था तो हमारे बडे मुस्लिम नेताओं को साथ लेकर उनकी सलाह लेकर इसको लोकसभा मे पास कराते जब इनको इस्लाम के बारे मे कोई भी जानकारी ही नही है तो इनको शरियत से छेड़छाड़ नही करनी चाहिए।
जिस तरीके से लोकसभा के अंदर तीन तलाक का मुद्दा और हलाला का मुद्दा उठाया जा रहा है और उसको पेश करने की मांग की जा रही है और कोशिश की जा रही है तो हम सरकार से यह कह देना चाहते हैं कि उन लोगों को जो है शरीयत के बारे में कोई जानकारी नहीं है इस्लाम के बारे में कुछ जानकारी नहीं है उन लोगों को चाहिए था कि हमारे जो मुस्लिम बड़े उलेमा है जो मुस्लिम मुद्दों के ऊपर नजर रखते हैं और इस्लाम के बारे में जानकारी रखते हैं ऐसे लोगों को लिया जाता और उनसे सलाह की जाति जब वह उनकी तरफ से कोई जो भी राय आती या कोई मशवरा आता तो उसको पेश किया जाता और उसके मुताबिक लोकसभा में कानून बनाना चाहिए था लेकिन आज बीजेपी सरकार सत्ता के अंदर है वह कोई भी कानून बना सकती है कोई भी कानून ला सकते हैं तो हम इस वक्त में सिर्फ मुसलमानों से यह अपील करना चाहते हैं कि मुसलमान जो है सब्र के साथ में काम ले सब्र के साथ अपनी जिंदगी को गुजारे और अपना कोई भी इस तरह का मसला कोर्ट कचहरी के अंदर ना लेकर जाए इस्लाम और शरियत का मजाक ना बनवाएं कोर्ट कचहरी के अंदर ले न जाकर के हमारी तरफ से शरई अदालत है मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड है उसके अंदर अपने मसले को लेकर लेकर जाएं और अपने मसले को हल करने की कोशिश करनी चाहिए।
रिपोर्टर:- जोगेंदर कल्याण