42 थानों में चोरी के 109 मुकदमे दर्ज, केवल 11 मामले के हुए खुलासे


 



लखनऊ:- शहर में चोरों का आतंक बढ़ता जा रहा है. खास तौर पर बंद घरों पर बदमाशों की नजर है. बेखौफ चोर चंद मिनटों में ताला तोड़कर माल बटोर कर खिसक जाते हैं। आरोप है कि पुलिस महज हाई प्रोफाइल मामलों का खुलासा करने में जोर लगाती है। बाकी मामलों में पुलिस का रुख लापरवाह रहता है। इसका फायदा उठा कर चोर लगातार हाथ साफ कर रहे हैं अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि एक महीने के अंदर ही शहर के 42 थानों में चोरी के 109 मुकदमें दर्ज हुए हैं। इनमें 11 मामलों का ही खुलासा हुआ है जब कि चोरी के तमाम मामलों में रिपोर्ट दर्ज ही नहीं होती शहर के पास इलाके में चोरी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।

पुलिस का दावा है कि चोरियों में इस नशेड़ियों का हाथ है पिछली कुछ चोरियों के खुलासे में नशे की लत  शाह खर्च की बात सामने आई है पुलिस के अनुसार क्राइम रेकॉर्ड न होने के कारण चोरी करने वालों तक पहुंचना काफी मुश्किल हो जाता है चिन्हित बदमाशों का चोरी में हाथ न होने से खुलासा में भी पसीना छूटता है हालांकि किसी रसूखदार के घर चोरी होने पर पुलिस तुरंत सक्रिय हो जाती है ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब पुलिस ने, चोरी, के महज 48 घंटों में, माल बरामद करने, के साथ ही आरोपी को, भी धर दबोचा। पुलिस के इस दोहरे रवैये से लोगों में, नाराजगी है, असुरक्षा, के कारण लोग घर पर ताला लगाकर कहीं जाने, से भी कतराने लगे। हैं इतना ही नहीं, आरोप, है, कि, सूचना, पर कई बार पुलिस, समय से, मौके पर, नहीं, पहुंची, और, रिपोर्ट, दर्ज करने, में, भी आनाकानी करती है। हालांकि पुलिस अधिकारी इससे इंकार, कर, रहे, हैं, लूट, चोरी, के मामले बढ़ते देख एसएसपी कलानिधि नैथानी, ने गश्त बढ़ाने, के निर्देश दिए हैं।

चोरी के मामले जितने तेजी से बढ़े है  उतनी ही सुस्त पुलिस नज़र आ रही है पिछले मामलों के खुलासे न होने से भी चोरों का दुस्साहस बढ़ा है अगर यही हाल रहा तो लोगों का भरोसा पुलिस से उठ जायेगा ज़रूरी है कि पुलिस चोरी को छोटा मोटा अपराध समझकर अनदेखी न करे जल्द से जल्द मामलों में खुलासा करें ताकि जनता का भरोसा पुलिस पर बरकरार रहे।